भोपाल: मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव बेहद रोचक हो चुका है। पार्टियों ने कड़ी मशक्कत के बाद अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार की। नामों का ऐलान हुआ, लेकिन असली दिक्कत तो अब शुरू हुई है। जिन्हें टिकट मिला है वह और उनके समर्थक तो खुश हैं और चुनावी तैयारी में जुट चुके हैं। लेकिन जिनकी उम्मीदों पर पानी फिरा है, उन्हें भरोसा नहीं हो पा रहा है कि वह पार्टी के उम्मीदवार नहीं हैं। यह दिक्कत केवल एक पार्टी नहीं बल्कि बीजेपी और कांग्रेस के साथ बनी हुई है।
रविवार को खूब हुए हंगामे
रविवार को तो राज्य में खूब हंगामा हुआ। जगह-जगह प्रदर्शन हुए। पार्टी कार्यालयों के बाहर पुतले जलाये गए। खूब नारेबाजी हुई। राजधानी भोपाल में, पूर्व भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा के सामने नारे लगाए तथा भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट से पार्टी प्रत्याशी बनाए गए भगवानदास सबनानी को बदलने की मांग की। भोपाल दक्षिण पश्चिम से भाजपा के कई पदाधिकारियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर उमाशंकर गुप्ता को प्रत्याशी बनाने की मांग की। टीकमगढ़ से पूर्व भाजपा विधायक के. के. श्रीवास्तव ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को संबोधित पत्र लिखकर टिकट वितरण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
ग्वालियर में किया गया सिंधिया का घेराव
वहीं ग्वालियर में, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार माने जाने वाले भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने रविवार को सिंधिया परिवार के जय विलास पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वे गोयल को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ज्योतिरादित्य, सिंधिया पैलेस के द्वार तक पहुंचे और कहा कि वह उनके तथा गोयल के साथ हैं। महिला समर्थक तो सिंधिया की गाड़ी के आगे लेट गईं, जिसके बाद उन्हें रास्ता बदलकर जाना पड़ा। हालांकि मुन्नालाल गोयल ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने यह सफाई देते रहे कि इस विरोध प्रदर्शन का उनकी तरफ से कोई समर्थन नहीं है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील भी की लेकिन यह अपील भी काम नहीं आई।
कमलनाथ के आवास के बाहर जलाया गया टायर
बड़नगर से मौजूदा कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के समर्थकों ने मोरवाल को टिकट नहीं मिलने के बाद, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के भोपाल स्थित आवास के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बड़नगर से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र सिंह सोलंकी को बदलने की मांग की और टायरों में आग लगा दी। भोपाल के गोविंदपुरा और विदिशा के कुरवाई के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी भोपाल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि टिकटों का वितरण बहुत सफल रहा है और ‘पूरे राज्य से सकारात्मक संकेत आ रहे हैं’।
उन्होंने कहा, ‘‘ये विरोध बहुत मामूली हैं। यह पारिवार के भीतर का मामला है जिसे सुलझा लिया जायेगा।’’ शुक्रवार को जैसे ही भाजपा ने अपनी पांचवीं सूची जारी की, टिकट न पाने वाले कई नेताओं के समर्थकों ने जबलपुर में पार्टी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के सामने हंगामा किया। यादव, मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रभारी हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भीड़ को यादव के आसपास धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक सुरक्षाकर्मी मंत्री की सुरक्षा करने की कोशिश करता दिख रहा है।