सोशल मीडिया पर थाना जीआरपी कटनी के अधिकारी/कर्मचारी द्वारा मारपीट का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस मामले में अब मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने एक्शन लिया है। दरअसल सीएम मोहन यादव के आदेश के बाद थाना प्रभारी समेत 5 पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि सोशल मीडिया पर मिली जानकारी और प्रारंभिक जांच के बाद थाना प्रभारी जीआरपी कटनी, एक प्रधान आरक्षक और चार आरक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दे दिया गया है। मोहन यादव ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि भविष्य में इस तरह के कदाचार नहीं होने चाहिए।
कटनी मामले पर मोहन यादव की सख्ती
इससे पहले रेल एसपी ने भी तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को लाइन अटैच करने की जानकारी दी थी। दरअसल जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें एक दलित महिला दादी और पोते की पिटाई की जा रही है। पीड़िता कुसुम वंशकार ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि उनके बेटे को पकड़ने के लिए पुलिस ने दादी और पोते को पीटा है। वहीं, इस घटना को लेकर कांग्रेस राज्य सरकार को घेर रही है। बता दें कि आज शाम राहुल गांधी पीड़ित महिला से भी बात करने वाले हैं। वहीं शाम 4 बजे मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी दलित महिला के घर पहुंचेंगे और वहां फोन से राहुल गांधी की बात करवाएंगे।
क्या है पूरा मामला
मीडिया से बात करते हुए पीड़ित महिला कुसुम बाई ने उस दिन हुई अमानवीय घटना पर पर बात की। उन्होंने अपना दर्द बताते हुए कहा कि हमको थाने में बुलाकर पुलिसवाले हमारे बेटे के बारे में पूछ रहे थे। फिर जब हमने उनसे कहा कि हमें नहीं पता तो फिर दरवाजा खिड़की लगाकर प्लास्टिक वाले डंडे और लातों जूते से भी मारा हमें खूब मारा। कुसुम बाई ने कहा,"हमको पुलिस ले गई बोली बड़े साहब हमको बुलाए हैं। फिर जब हम वहां पहुंचे तो उन्होंने पूछा तुम्हारा बेटा कहां है दीपक। हमने कहा हमको पता नहीं, पकड़ो मारो हमको क्या करना है। बोले नहीं तेरो को पता है फिर हमसे जानकारी पूछा और फिर अचानक दरवाजा खिड़की लगाकर प्लास्टिक वाले डंडे से खूब मारा। लातों जूते से भी खूब मारा। पूरी रात मारे जब हम लेट जाएं तो फिर से उठा-उठा कर मारा। गिन-गिन के डंडे लाठी मारे। हम बहुत चिल्लाते रहे। जब पानी मांगा तो मुंह पर लात मारी।"