मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव सरकार 2875 करोड़ रुपए की लागत से 413 नगरीय निकायों में गीता भवन बनाने जा रही है। बता दें कि इससे पहले सीएम मोहन यादव की सरकार कृष्ण पाथेय, जन्माष्टमी,शस्त्र पूजा समेत तमाम कार्यक्रमों का आयोजन करा चुकी है। सीएम मोहन यादव ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान यह घोषणा की। इसे लेकर कांग्रेस का कहना है कि एमपी के सीएम मोहन यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं ना कि किसी धार्मिक संगठन के हैं। क्या वह सरकारी खर्चे पर ईद और क्रिसमस भी मनाएंगे।
मोहन यादव ने की घोषणा
सीएम मोहन यादव ने कहा, "हमने कोशिश की सभी नगरी निकाय, नगर पालिका, महानगरपालिका, राजधानी, हर स्थान पर गीता भवन बनाया जाए और उसके लिए धनराशि का आवंटन भी हमने कर दिया है। 3 साल के अंदर गीता भवन सरकार की तरफ से बनकर तैयार हो जाएंगे।' दरअसल एमपी में 8 दिसंबर से लेकर 12 दिसंबर तक पांच दिनों का अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव चल रहा है, जिसमें श्रीमद् भागवत गीता पर और श्री कृष्ण पर केंद्रित विविध कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव की मंशा है कि प्रदेश के 413 नगरीय निकायों समेत हर बड़े शहर में गीता भवन हो।
विपक्ष के हमलों पर विश्वास सारंग का पलटवार
बता दें कि इसके लिए 2875 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। गीता भवन अगले 3 सालों में बनकर तैयार हो जाएगा। 16 नगर निगमोंमें 1000 से लेकर 1500 की बैठक क्षमता वाले गीता भवन बनाए जाएंगे। 99 नगर पालिकाओं में 500 बैठक क्षमता वाले गीता भवन बना जाएंगे और 298 नगर परिषदों में ढाई सौ बैठक क्षमता वाले गीता भवन बनाए जाएंगे। हालांकि मोहन यादव के इस फैसले पर विपक्षी दलों द्वारा जमकर निशाना साधा जा रहा है। इसे लेकर राज्य सरकार के मंत्री कैलाश विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि हम शस्त्र के साथ शास्त्र भी पढ़ाएंगे और सरकार सनातन परंपरा के तीज त्यौहार को मनाएगी। कांग्रेस सरकार में ऐसी जगहों पर सरकारी पैसों से शराब परोसने के लिए क्लब बनते थे