मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ निवासी शरीफ मेव ने रेलवे स्टेशन रोड स्थित अपनी जमीन का कुछ हिस्सा कल्ला बाऊजी का मंदिर बनाने के लिए दी। देश में जिस तरह के हालात बन रहे हैं उन हालातों के बीच नफरत की फिजाओं में कहीं ना कहीं मोहब्बत घोलने का काम शरीफ मेव ने किया है और यह सिर्फ मंदसौर जिले में ही नहीं पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। शरीफ मेव ने मुस्लिम समाज से होते हुए मंदिर बनाने के लिए श्री श्री 1008 काली कल्याण धाम समिति को अपनी बेशकीमती जमीन दान कर दी। जमीन की कीमत 35 लाख बताई जा रही है जिस पर अब कल्ला बाऊजी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। काली कल्याण समिति के सदस्य शरीफ मेव का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
रक्षाबंधन के दिन किया ध्वज स्थापित
शरीफ मेव ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन कुछ हिन्दू समाज के लोग उनकी जमीन पर आकर ध्वज रोपण कर रहे थे जैसे ही उन्हें इस बारे में पता चला वह अपनी जमीन पर पहुंचे। जहां ध्वज स्थापित किया था उसके पीछे सांप का घर है। पिछले 4-5 सालों से वह लोगों को यहां अगरबत्ती लगाते देख रहे हैं। वह जमीन पर पहुंचकर वहां मौजूद समाज के लोगों से बात कर ही रहे थे कि उसी वक़्त एक व्यक्ति के बदन में कल्ला बाऊजी प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि यह जमीन मेरी है और यहां मेरा मंदिर बनेगा। उसी दौरान शरीफ मेव ने लोगों की भावनाओं की कद्र करते हुए स्वेच्छा से जमीन देने का निर्णय लिया। साथ ही शरीफ ने कहा कि उनकी जमीन पर मंदिर बनेगा और लोग यहां दर्शन के लिए आएंगे इसके लिए मुझे खुशी होगी, यही हमारा मज़हब सिखाता है।
हिंदू समाज ने व्यक्त किया आभार
काली कल्याण समिति के सदस्य शरीफ मेव का आभार व्यक्त कर रहे हैं। ऋषभ कुनेचा कहा कि शरीफ ने उन्हें रेलवे स्टेशन रोड स्थित जो जमीन दान की है वह हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल है। यह लाखों की जमीन उन्होंने मंदिर के लिए दान की है उसके लिए श्री श्री 1008 काली कल्याण धाम, नगर और समस्त हिंदू समाज की ओर से हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। आगे उन्होंने बताया, फिलहाल कल्ला बाऊजी का मंदिर एक निजी निवास पर मौजूद है। बैठक के दौरान कल्ला बाऊजी का हुक्म हुआ कि स्टेशन रोड पर मैंने जो बरसों पुरानी जमीन देख रखी है वहां झंडा स्थापित करना है। उनकी आज्ञा का पालन किया और रक्षाबंधन के दिन हमने यहां ध्वज स्थापित किया। मंदिर की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और जल्द ही यहां मंदिर बनाया जाएगा।
(रिपोर्ट- अशोक परमार)
यह भी पढ़ें-