भोपाल: प्रयागराज महाकुंभ में अपनी खूबसूरती और ग्लैमर के चलते सोशल मीडिया पर वायरल हो रही साध्वी हर्षा रिछारिया के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने गुरु से दीक्षा ली है, संन्यास नहीं लिया। हम जल्द ही उसकी शादी कर देंगे।
इंडिया टीवी से एक्स्क्लूसिव बातचीत में कहा कि बचपन से उसका रुझान आध्यत्म ओर रहा है। बिना नहाए पूजा पाठ किए वह स्कूल नहीं जाती थी। नहाने और पूजा पाठ करने के बाद ही वह नाश्ता करती थी। उसका यह रूटीन 10-11 साल की उम्र से रहा है।
उनसे जब यह सवाल पूछा गया कि क्या हर्षा ने संन्यास लिया है? तब उसके माता-पिता ने कहा-पहली चीज तो यह कि उसने गुरु से दीक्षा ली है संन्यास नहीं लिया है। दूसरी बात आध्यात्म की ओर जाना हर किसी व्यक्ति का कर्तव्य होना चाहिए और उसे जाना भी चाहिए।
हर्षा के माता पिता ने बताया कि हम 2004 में आए थे उज्जैन कुंभ में नहाने और उसके बाद पता नहीं भोलेनाथ की ऐसी कृपा थी कि यहीं के होकर रह गए। उसकी शिक्षा यहीं हूं। BBA की पढ़ाई की। जब 18-19 साल की थी तब वह एंकरिंग की फील्ड में चली गई।
आपको कब मालूम चला कि वह आध्यात्म की ओर जा रही है, कुंभ में जा रही है?
गुरु दीक्षा उन्होंने 2 साल पहले ली थी। हरिद्वार में कैलाश आनंद जी गुरु जी महाराज से निवेदन किया तो उन्होंने दीक्षा दी। वहीं रहकर उनके सानिध्य में उसने मंत्र, पूजा-पाठ आदि के क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ाना है. इस संबंध में उनका मार्गदर्शन लेती रही और आगे बढ़ती रही। जहां तक कुंभ की बात है तो कुंभ के लिए उसने 30 तारीख के आसपास चर्चा की थी। फोन करके बताया था कि पापा हम गुरुजी के साथ वहां जा रहे हैं और लगभग 1 महीने रहकर कल्पवास करेंगे। हमने कहा ठीक है कोई दिक्कत नहीं।
क्या वजह रही कि उन्होंने दीक्षा ली
इस तरफ रुझान का उम्र से कोई मतलब नहीं है। हम मोहल्ले में और रिश्तेदारों के बीच भी देखते हैं कि बच्चे जन्मदिन पर लेट नाइट पार्टियां कर रहे हैं, वाइन पी रहे हैं. लेकिन हर्षा में ऐसा कुछ नहीं था। उसने आज तक लेट नाइट पार्टी नहीं की, जन्मदिन जब भी मनाया किसी न किसी मंदिर में जाकर मनाया। घर में कभी जन्मदिन भी नहीं मनाया। हमारा कहना है कि बच्चे अगल सही रास्ते पर जा रहे हैं तो मां-बाप को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
कैसा लगता है जब लोग उन्हें ट्रोल करते हैं
बहुत दुख होता है जब लोग उसे ट्रोल करते हैं। जहां तक तस्वीरों की बात है उसने सीरियल में काम किया है, एंकरिंग की है। वह उसकी मजबूरी है। मजबूरी का मतलब आपके स्टूडियो में आपका एंकर है उसे आपके दिशा निर्देश पर काम करना पड़ेगा। कैसे कपड़े आप पहनेंगी? कैसे बातचीत करेंगे? यह सब सब तय करना पड़ता है।
ट्रोल होने पर कष्ट होता है आपको?
मीडिया का दोष नहीं है, लोगों का काम है बढ़ते कदमों को रोकना। मैं हर किसी से निवेदन करता हूं कि प्लीज ऐसा मत करें। हर घर में बच्चे होते हैं। हर मां-बाप को अगर ऐसा कोई करता है तो कष्ट होता है। प्लीज ऐसा ना करें वह एक सभ्य फैमिली की लड़की है। कोई ऐसी नहीं है जैसे आप लोग ट्रोल कर रहे हैं।
आप लड़की के पिता होने की नाते उसका विवाह करने की इच्छा है? इस सवाल पर हर्षा के पिता ने कहा कि उसके रिश्ते लगभग 2025 में फाइनल हो जाएंगे। अगर 2025 में अगर शादी न कर पाई तो 2026 में उनकी शादी फाइनल हो जाएगी
वहीं जब उनसे पूछा गया कि इंडिया टीवी के जरिए क्या कहना चाहेंगे तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से सभी लोगों से कहना चाहेंगे निवेदन करना चाहेंगे की ट्रोल करना बंद कीजिए। सपोर्ट करने की कोशिश करें तो आप लोगों की मेहरबानी होगी बाकी।
संन्यास की खबर सुनी तो बहुत रोई. बात में पता चली सच्चाई
हर्षा रिछारिया की मां किरण ने बताया कि हर्षा के कपड़े वही डिजाइन करती हैं। उन्होंने बताया कि जब संन्यास की खबर मैंने सुनी तो बहुत रोई। लेकिन जब उससे बात हुई और उसने बताया कि मैंने सिर्फ दीक्षा ली है संन्यास नहीं। भगवान की पूजा करना या दीक्षा लेना कोई गलत काम नहीं है मुझे अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा किग्लैमरस लाइफ उसकी अलग थी बाकी जब वह घर आती है तो वही खाना बनाती है सब कुछ वही करती है। जब लोग ट्रोल करते हैं तो बहुत बुरा लगता है। हमें वह भी कह रही है अगर मुझे कुछ गलत करना होता तो मैं सारी अपनी रील डिलीट कर देती पर मैं नहीं की।
मैं इंडिया टीवी के माध्यम से यही कहना चाहती हूं कि अगर घर में हर्षा जैसी बेटी हो तो लोगों के कहने पर जाना। वह दो से 4 साल पहले अपने प्रोग्राम के हिसाब किस तरह के कपड़े पहनती थी लेकिन आज वह सब छोड़कर सनातन से जुड़ गई है। धर्म से जोड़ना है तो अमीर गरीब सुंदरता कुछ भी नहीं देखना है। यह अपना गुण होता है जो भगवान की तरफ ले जाता है। मुझे अपनी बेटी पर गर्व है।