उज्जैन (मध्य प्रदेश): उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर 80 दिन बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद 9 अप्रैल को महाकाल मंदिर में एंट्री बंद कर दी गई थी उसके 80 दिन बाद बाद आज सुबह 6 बजे से मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री शुरु कर दी गई है। बता दें कि अभी मंदिर पूरी तरह से नहीं खुला है लेकिन श्रद्धालुओं अब मंदिर के लिए तय किए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए महाकाल के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर में लोगों की भीड़ न उमड़े उसके लिए रोजाना के लिए श्रद्धालुओं की तादाद भी तय की गई है।
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल तो दिया गया है लेकिन इसके लिए कुछ प्रोटोकॉल्स तय किए गए हैं, जिसके बारे में जानना जरूरी है।
- इसमें सबसे पहला है ऑनलाइन बुकिंग, महाकाल के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराना जरूरी है।
- ऑनलाइन बुकिंग की डेट से 2 दिन पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट चाहिए।
- या फिर कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज जिन्होंने ले लिया है उन्हें दर्शन की अनुमति होगी।
- महाकाल मंदिर में हर रोज सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक सिर्फ 3500 लोगों की एंट्री होगी।
- इसके लिए 2 दो घंटे के 7 टाइम स्लॉट बनाए गए हैं, जिसमें 500 लोगों की एंट्री होगी।
बता दें कि, वैश्विक कोरोना महामारी के चलते मंदिर को अप्रैल 2021 में दूसरी बार बंद करना पड़ा था। मंदिर के सहायक प्रशासक आर के तिवारी ने बताया था, ‘‘जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोलने का निर्णय लिया गया। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा एक सप्ताह के अंदर इसकी रूपरेखा तय की जाएगी।