मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि उनकी सरकार दंगों में लिप्त पाए गए किसी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी। उन्होंने हाल ही में खरगोन में हुई हिंसा में कथित तौर से शामिल लोगों के ‘अवैध ढांचों’ को गिराने की कार्रवाई को भी उचित ठहराया।
रामनवमी समारोह के दौरान आगजनी और पथराव की घटनाओं के बाद रविवार शाम से खरगोन में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस हिंसा के सिलसिले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। चौहान ने महू कस्बे में एक सभा को संबोधित करते हुए सवाल किया, ‘(खरगोन में दंगाइयों द्वारा) अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई थी। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए? चौहान ने बाबा साहेब आंबेडकर की 131वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी।’
डॉक्टर भीम राव आंबेडकर का जन्म महू में हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोग राज्य में दंगे फैलाने की साजिश कर रहे हैं। वे प्रदेश को आग लगाना चाहते हैं। मैं लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करता हूं। लेकिन अगर कोई दंगा करता है, तो मामा (जैसा कि चौहान को लोकप्रिय तौर पर मप्र में कहा जाता है।) छोड़ेगा नहीं। दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।’
चौहान ने सोशल मीडिया पर झूठी तस्वीर पोस्ट करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी आलोचना की। खरगोन हिंसा पर टिप्पणी करते हुए दूसरे राज्य की एक मस्जिद की तस्वीर ट्वीट करके कथित तौर पर धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए पुलिस ने सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
लोगों से हनुमान जयंती, गुड फ्राइडे और ईद सहित सभी त्योहारों को उत्साह और सद्भाव के साथ मनाने की बात कहते हुए चौहान ने कहा, ‘मेरी सरकार आप सभी के साथ है।’ चौहान ने आश्वासन दिया कि दंगाइयों द्वारा जलाए गए मकानों को उनकी सरकार फिर से बनवाएगी और आगजनी में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
चौहान के मुताबिक उनकी सरकार ने बुलडोजर की मदद से प्रदेश में 21 हजार एकड़ जमीन माफियाओं से मुक्त कराई है।
उन्होंने घोषणा की, ‘यह जमीन गरीबों में बांटी जाएगी।’ चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि डॉक्टर आंबेडकर से जुड़े पांच स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रुप में विकसित किया है। उन्होंने कहा, ‘आज, मैंने इन पंच तीर्थों- महू, नागपुर (दीक्षा भूमि), दिल्ली, मुंबई और लंदन को भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने का फैसला किया है।’
मध्य प्रदेश में हिंसा मामले को लेकर आलोचना करने के लिए AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्हें राज्य का दौरा कर खुद देखना चाहिए कि मध्य प्रदेश में सभी जाति-धर्म के लोग सुरक्षित हैं।