भोपाल: मध्य प्रदेश में पुलिस ने एक प्राइवेट स्कूल के 2 टीचर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन टीचर्स पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल असेंबली के दौरान ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर एक छात्र को सजा दी थी। बुधवार को गुना के क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुई इस कथित घटना के बाद काफी बवाल हुआ था। गुरुवार को छात्र के परिजनों और कुछ सामाजिक संगठनों ने स्कूल परिसर के सामने धरना दिया। कुछ लोगों ने स्कूल के कैंपस में ‘हनुमान चालीसा पाठ’ का भी आयोजन किया।
नरोत्तम मिश्रा ने दिया FIR दर्ज करने का निर्देश
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मामले का संज्ञान लिया और गुना जिला पुलिस को नारे लगाने के लिए छात्र को सजा देने वाले टीचर्स के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही उन्होंने तुरंत अधिकारियों से बात करके इस पर ऐक्शन लेने को कहा था। पुलिस के मुताबिक, दोनों शिक्षकों जस्टिन और जसमीना खातून पर IPC की धारा 323, 506 और 34 और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की धारा 75 के तहत केस दर्ज किया गया है।
जस्टिन सर ने लाइन से हटाया, मैम ने सजा दी
छात्र शिवांश जैन ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि राष्ट्रगान के बाद उन्होंने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया, जिसके बाद जस्टिन सर ने उसे लाइन से हटा दिया। छात्र के मुताबिक, जस्टिन सर ने कहा, ‘तुम क्या कह रहे हो, जाओ घर चले जाओ।’ शिवांश ने बताया कि उसके बाद हिंदी टीचर ने क्लास टीचर से मिलने को कहा, और बाद में क्लास टीचर ने भी मुझे डांटा। छात्र ने कहा कि क्लास में पहुंचने के बाद टीचर ने रेड हाउस के वाइस कैप्टन बनाए गए एक छात्र से मेरी तुलना की।
सोशल मीडिया पर मिली जुली रही यूजर्स की राय
शिवांश ने कहा, ‘मेरी क्लास टीचर जसमीना खातून ने दूसरे छात्र का नाम लेकर कहा कि एक लड़का क्लास का गौरव बढ़ा रहा है और मैं नाम खराब कर रहा हूं। इसके बाद अगले 4 पीरियड्स के लिए मुझे जमीन पर बिठाया।’ इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया में मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई। कुछ लोगों का मानना था कि छात्र को अनुशासन का पालन करना चाहिए था, जबकि कुछ ने कहा कि छात्र को समझाया जा सकता था। यूजर्स का कहना था कि ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर सजा देना तो गलत था।