भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है और अब सभी की नजरें मतगणना पर है। इस प्रक्रिया के बीच उन नेताओं का बुरा हाल है जो विधायक हैं, मगर पार्टी ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया और अब उनसे मकान खाली कराए जाने की तैयारी है।
सचिवालय ने जारी किया नोटिस
राज्य के 230 विधानसभा क्षेत्र में मतदान हो चुका है। नई विधानसभा को लेकर सरगर्मी तेज है। इसके लिए विधानसभा सचिवालय ने भी अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए सबसे पहले विधानसभा सचिवालय ने उन विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है, जो इस बार चुनावी मैदान में नहीं हैं। ऐसे लगभग 30 विधायक हैं, जिन्हें सचिवालय की ओर से नोटिस जारी कर कहा गया है कि वह विधानसभा के गठन से पहले अपने आवास खाली कर दें।
जो चुनाव नहीं लड़ रहे, उन्हें खाली करना होगा आवास
विधानसभा सचिवालय की ओर से पुष्टि की गई है कि नई विधानसभा के गठन तक आवास खाली करने का विधायकों को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है। यह बात सही है कि यह विधायक नई विधानसभा के गठन तक इन आवासों में रह सकते हैं क्योंकि उन्हें इसकी पात्रता है। विधानसभा सचिवालय की मानें तो उनके पास विधायकों के लिए सीमित आवास हैं और जो विधायक जीत कर आएंगे, उन्हें आवास उपलब्ध कराना होगा, लिहाजा जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और विधायक हैं, उनसे यह आवास खाली करने के लिए कहा गया है।
यह चिट्ठी चुनाव न लड़ने वाले विधायकों को इसीलिए लिखी गई है क्योंकि उनके विधायक बनने की संभावना नहीं है। जबकि, विधायक चुनाव जीतकर आते हैं, उन्हें पहले से आवंटित आवास मिल जाएगा। नए विधायकों को रुकने की भी व्यवस्था गेस्ट हाउस में की जा रही है।
बीजेपी ने 28 तो कांग्रेस ने 6 विधायकों के काटे टिकट
आपको बता दें कि सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने वर्तमान कई विधायकों का टिकट काट दिया था। उनके स्थान पर नए लोगों को टिकट दिया गया है। बीजेपी ने तीन मंत्रियों सहित 28 वर्तमान विधायकों के टिकट काटे हैं। कांग्रेस ने करीब 6 विधायकों के टिकट काट दिए हैं। वर्तमान में यह सब विधायक हैं, इसलिए इन सभी को सरकारी आवास आवंटित है। लेकिन नई सरकार के गठित होते ही उनकी विधायक की खत्म हो जाएगी और इन्हें आवास खाली करने पड़ेंगे।
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