Highlights
- मध्य प्रदेश में तेज बारिश से नदियां उफान पर
- राज्यभर में खोले गए कई सारे बांधों के गेट
- NDRF और SDRF की टीमें अलर्ट पर
Madhya Pradesh Weather: मध्य प्रदेश में मानसून इस वक्त उफान पर है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में तेज बारिश के चलते छोटी नदियां और नाले उफनाए हुए हैं। प्रदेश के 52 में से 27 बांधो के गेट खोल दिए गए हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के आगर, मंदसौर, झाबुआ, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए नर्मदा पुरम में अतिवृष्टि और बाढ़ नियंत्रण के संबंध में प्रदेश के सभी जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की है।
खोले गए कई सारे बांधों के गेट
शिवराज सरकार ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए कम दबाव के क्षेत्र के कारण मध्य और पूर्वी मध्य प्रदेश में 19 से 23 अगस्त तक बारिश का एक और दौर आने की बात कही है। सरकार के मुताबिक नर्मदा पुरम और भोपाल संभाग में अभी भारी बारिश की आशंका नहीं है, हालांकि नर्मदा और बेतवा बेसिन में काफी पानी आया है। वहीं बरगी के 21 के और तवा के 13 में से आज गेट खुले हैं। ओमकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के भी गेट खुले हैं। चंबल में डाउनस्ट्रीम में कोई अप्रिय स्थिति ना हो इसके लिए सरकार की तैयारी पूरी है।
मुख्यमंत्री ने नर्मदा पुरम से दिए निर्देश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा पुरम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में बात की है और निर्देश दिए हैं कि जहां पर भी सावधानी की जरूरत हो वहां से लोगों को निकाला जाए। मुख्यमंत्री ने कहा सभी जिले आगे की तैयारी करके रखें। पहले से ही सारे कैलकुलेशन रहना चाहिए कि कितनी मात्रा में डिस्चार्ज होगा। सीएम ने कहा कि सारे विभागों को आपस में कॉर्डिनेशन रखना चाहिए ताकि किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हों। सभी छोटे बड़े डैमों को चेक करके रखना चाहिए। बांधो की मॉनिटरिंग रोज होना चाहिए ताकि अगर कोई दिक्कत हो तो उसे तत्काल ठीक किया जा सके। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि तकनीकी जानकारी रखने वाले अधिकारियों को भी अपने साथ रखें।
मध्य प्रदेश के प्रमुख जिलों का जानें हाल-
- विदिशा में बेतवा की सहायक नदियों का पानी कम नहीं हुआ है। इससे 19 गांव प्रभावित हैं, 300 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है। शहर में नौलखी और रंगई में रोड पर बेतवा का पानी आ गया था। अब तक 450 लोगों का रेस्क्यू किया है जो बेतवा के किनारे पर थे। 7 में से 1 को छोड़कर सभी डैम भर गए हैं। सभी जगह रेस्क्यू टीमें तैनात हैं।
- सीहोर में नर्मदा नदी का लेवल अभी नीचे है। नर्मदा के किनारे के गांवों में समझाइश दी जा रही है। अभी स्थिति नियंत्रण में है।
- बालाघाट में अभी पानी कम हुआ है। NDRF की टीम तैयार है, लोगों का रेस्क्यू कर सामुदायिक भवन में रोका है। खोटी गांव में भी लोगों को शिफ्ट किया है। 6 गांव संपर्क से टूटे हैं लेकिन स्थिति सामान्य है।
- रायसेन में बारना से डिस्चार्ज बहुत कम हो गया है। बरगी के डिस्चार्ज से यदि बैकवॉटर भरता है तो प्रशासन की पूरी तैयारी है। निचले इलाकों से तीन गर्भवती महिलाओं को अस्पताल शिफ्ट किया है।
- भोपाल में कलियासोत और भदभदा के खुले गेट प्रशासन ने कम कर लिए हैं। कलियासोत में 6 गेट और भदभदा में 4 गेट खुले हैं। पानी का बहाव अब कम होगा।
- राजगढ़ में ब्यावरा में प्रशासन ने 35 परिवारों को निकाला था और आज 60 परिवारों को निकाला है। नरसिंहगढ़ में भारी बारिश हुई। मोहनपुरा में पानी के बहाव को रेग्युलेट किया जा रहा है।
- नरसिंहपुर में हालात सामान्य हैं, बाढ़ की स्थिति कहीं नहीं है। प्रशासन नजर रखे हुए हैं। नर्मदा नदी का पानी खतरे के लेवल से 4 मीटर नीचे है।
- जबलपुर में नर्मदा नदी में फ्लड के कारण कोई अप्रिय स्थिति नहीं है।