भोपाल. आज देशभर के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की । इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा से कोरोनासंक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से इलाज करने की अनुमति की बात कही। जिसके बाद डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बड़ा फैसला लिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो भी अस्पताल इस तरह का इलाज करना चाहते हैं वे तत्काल ईमेल के माध्यम से भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद को सूचित करें कि वे गाइडलाइन का पालन करते हुए इलाज करेंगे और उन्हें तत्काल अनुमति मिल जाएगी। मध्य प्रदेश से श्री अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर और श्री महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर ने प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से इलाज करने की इच्छा जाहिर की है।
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में इस थेरेपी के माध्यम से कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि मध्य प्रदेश सरकार के बेहतर प्रबंधन के चलते मृत्यु दर अब 10% से घटकर लगभग 4% रह गई है इसके साथ ही साथ को रोना से निपटने के लिए समुचित प्रबंधन किए जा रहे हैं।
क्या है प्लाज्मा थेरेपी?
कोरोना से ठीक हो चुके एक व्यक्ति के शरीर से निकाले गए खून से कोरोना पीड़ित चार अन्य लोगों का इलाज किया जा सकता है। प्लाज्मा थेरेपी सिस्टम इस धारणा पर काम करता है कि जो मरीज किसी संक्रमण से उबर कर ठीक हो जाते हैं उनके शरीर में वायरस के संक्रमण को बेअसर करने वाले प्रतिरोधी एंटीबॉडीज विकसित हो जाते हैं।