Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने रविवार को प्रदेश सरकार पर धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत निर्माणाधीन बांध में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। बांध पर पहुंचे सिंह ने मीडिया से कहा, ‘‘मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार घोटालों की सरकार है। इनके कार्यकाल में सैकड़ों घोटाले हो चुके हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह एक बांध नहीं, बल्कि अनेकों बांध एवं योजनाएं भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गई हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘इस बांध को बना रही कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम पहले भी निविदाओं से छेड़छाड़ कर घोटाला करने में आया था और इस कंपनी को ‘ब्लैक लिस्टेड’ कर दिया गया था। लेकिन भाजपा नीत सरकार ने इस कंपनी को ‘ब्लैक लिस्ट’ से हटा कर बाद में करोड़ों रुपए का लेनदेन करके इसको पुन: इस बांध को बनाने का काम दिया।’’
डॉ. गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि इस कंपनी के मालिक से भाजपा नेताओं के रिश्ते हैं और इस भ्रष्टाचार में मंत्रियों की भी हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। धार जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर कारम नदी पर 304 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस बांध की दीवार से गुरुवार से जारी पानी के रिसाव एवं मिट्टी गिरने से बांध के टूटने का खतरा पैदा हो गया था। इसी आशंका के मद्देनजर यहां शनिवार को आपदा प्रबंधन के लिए सेना एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम मौके पर मौजूद है। इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि धार जिले में कारम नदी पर निर्माणाधीन बांध की स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।