Highlights
- छापे के दौरान क्लर्क ने पिया फिनायल
- नोट गिनने के लिए EOW को बुलवानी पड़ी नोट गिनने की मशीन
Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले मेडिकल कॉलेजेज़ में भले ही मेडिकल की शिक्षा दी जाती हो लेकिन यहां के क्लर्क भ्रष्टाचार की शिक्षा दे रहे हैं। महज 50 हजार रुपए महीना कमाने वाला ऐसा ही एक भ्रष्टाचारी क्लर्क तब पकड़ में आया जब सूचना के आधार पर EOW ने उसके घर छापेमार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान तकरीबन 85 लाख रुपए नकद समेत प्लॉट जमीन के दस्तावेज और ज्वैलरी भी मिली है।
MP के बैरागढ़ का है मामला
दरअसल बुधवार को भोपाल के उपनगर बैरागढ़ में रहने वाले हीरो केसवानी के घर आय से अधिक संपत्ति के मामले में EOW की टीम ने छापा मारा। इस दौरान EOW की टीम को न केवल 25 लाख रुपए नकद मिले, साथ ही ज्वैलरी और एक दर्जन से ज्यादा जमीनों के कागजात भी मिले। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में क्लर्क की हैसियत से काम करने वाले हीरो केसवानी को महज ₹50000 रुपए तनख्वाह मिलती है लेकिन उससे कई गुना ज्यादा नगदी हीरो केसवानी के घर से मिली है।
छापे के दौरान पी गया फिनायल
जिस दौरान EOW की छापेमारी कार्रवाई चल रही थी उसी दौरान कार्रवाई से घबराकर हीरो केशवानी ने घर में रखी फिनायल की बोतल पी ली। जिसके बाद हीरो केसवानी को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अभी उसकी हालत में सुधार है। EOW ने इस मामले में हीरो केसवानी और उनकी पत्नी नैना केसवानी को आरोपी बनाया है और अपराध क्रमांक 73/2022 धारा 13 (1) बी 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 धारा 109 भारतीय दंड विधान के तहत मामला भी दर्ज किया है।