Highlights
- मध्य प्रदेश में लगातार पकडे जा रहे हैं तस्कर
- खाली जूट की बोरियों की आड़ में छिपाया था गांजा
- इससे पहले महाराष्ट्र NCB ने जब्त किया था करोड़ों का गांजा
Madhya Pradesh: नशाखोरी के खिलाफ NCB का अभियान लगातार जारी है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ओडिशा से गांजे की तस्करी के एक और मामले का भंडाफोड़ किया है। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में इस नशीले पदार्थ की करीब 1,200 किलोग्राम वजनी खेप के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
खाली जूट की बोरियों की आड़ में छिपाया था गांजा
एनसीबी की इंदौर स्थित क्षेत्रीय इकाई के एक अधिकारी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि, "मुखबिर की सूचना पर नरसिंहपुर जिले में एक ट्रक को बृहस्पतिवार को रोका गया और तलाशी के दौरान इसमें करीब 1,200 किलोग्राम गांजा मिला। अधिकारी ने बताया कि ट्रक में जूट की खाली बोरियों की आड़ में छिपाया गया गांजा ओडिशा के सोनपुर से भेजा गया था और इस खेप को राजस्थान के भरतपुर ले जाया जा रहा था।
इससे पहले भी की थी कार्रवाई
वहीं इससे पहले भी इंदौर एनसीबी की 9 सदस्य टीम ने शहडोल में बड़ी कार्रवाई की थी। टीम ने शहडोल जिले के धुरवार टोल प्लाजा के पास 1 क्विंटल 30 किलो गांजा जब्त किया था। साथ ही दो लग्जरी कारों के साथ चार गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया था। आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर शहडोल के रास्ते यूपी लेकर जा रहे थे। एनसीबी की टीम ने आरोपियों को पकड़कर सोहागपुर पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
महाराष्ट्र NCB ने जब्त किया था करोड़ों का गांजा
इसके साथ ही कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र NCB ने एक अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ गिरोह का खुलासा किया था। नशा रोधी अभियान के बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि एनसीबी को सूचना मिली थी कि एक अंतर-राज्यीय गिरोह भारी मात्रा में मादक पदार्थ मुंबई भेजने की योजना बना रहा है। अधिकारी ने कहा कि सूचना के बाद ही तुरंत सभी खुफिया नेटवर्क हरकत में आए और एनसीबी के अधिकारियों को एक वाहन के बारे में पता चला, जिसका इस्तेमाल आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से भारी मात्रा में गांजा भेजने के लिए किया गया था।
मध्य प्रदेश में लगातार पकडे जा रहे हैं तस्कर
गौरतलब है कि ओडिशा से सड़क मार्ग द्वारा गांजे की तस्करी के मामले मध्यप्रदेश में एनसीबी द्वारा लगातार पकड़े जा रहे हैं। एनसीबी अधिकारी ने बताया कि उड़ीसा और आंध्र प्रदेश की सीमाओं के पास नक्सलियों के प्रभाव वाले दुर्गम क्षेत्रों में गांजे की अवैध खेती की जाती है और वहां से इस नशीले पदार्थ को तस्करी के जरिये देश भर में पहुंचाया जाता है।