Highlights
- तांबे और पीतल से बना है ये महा घंटा
- इससे बड़ा महा घंटा देश में कहीं भी नहीं है
- मंदिर में पर पेडेस्टल बनाकर घंटे को लगाया है
मंदसौरः मध्यप्रदेश के मंदसौर में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली है। जहां एक मुस्लिम मिस्त्री यहां स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के परिसर में 37 क्विंटल के एक महा घंटे को स्थापित किया है। इसके लिए मुस्लिम मिस्त्री ने कोई शुल्क नहीं लिया है। इस महा घंटे को रविवार शाम को मंदिर परिसर में स्थापित कर इसका ट्रायल किया गया। इसके बाद जल्द ही इसका लोकार्पण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों किया जाएगा।
पीतल और तांबे से बना है महा घंटा
मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में ये विशाल घंटी काफी समय से रखी हुई थी। कई बार स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इसे मंदिर में लगाए जाने का आग्रह किया था। लेकिन 37 क्विंटल के इस घंटे को मंदिर परिसर में लगाना आसान नहीं था। इसे वहां लगाना खतरनाक भी साबित हो सकता था। लोगों के आग्रह करने पर मंदसौर प्रशासन ने नाहरू खान नामक मिस्त्री से संपर्क किया। जिसके बाद नाहरू ने 15 दिन में इसे मंदिर परिसर में लगा दिया। इसके कार्य के लिए नाहरू खान ने कोई शुल्क नहीं लिया। बता दें कि 37 क्विंटल का ये महा घंटा तांबे और पीतल से बना है। पूरे देश में इससे बड़ा महा घंटा कहीं भी नहीं है।
आपको बता दें कि नाहरू खान पेशे से एक मिस्त्री होने के साथ-साथ समाज सेवा के काम से भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने कोरोना काल में अस्पतालों को ऑटोमेटिक सेनीटाइजर मशीन और मंदिरों में जनरेटर और सेंसर वाली घंटियां निशुल्क भेंट की थी। वह इससे पहले भी पशुपतिनाथ मंदिर में जनरेटर दान कर चुके हैं।