भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को लेकर दिए बयान को लेकर हुए विवाद पर सफाई दी है। उन्होनें स्पष्ट किया कि आज उनसे कुछ प्रमुख चैनल के पत्रकार अनौपचारिक मुलाकात के लिए उनके निवास आए थे। इस मुलाक़ात के दौरान उनसे वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर व विभिन्न मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा चल रही थी। उस अनौपचारिक चर्चा में मेरी सरकार गिरने के मुद्दे पर बात आने पर मैंने उन्हें कहा कि स्वयं मुझको और दिग्विजय सिंह को कुछ विधायकों ने झूठा विश्वास दिलाया था कि वह वापस लौट आएंगे, उनके झूठे विश्वास पर हम दोनों ने भरोसा किया और हम अपनी सरकार नहीं बचा पाए।
यह सारी चर्चा अनौपचारिक थी और इसमें कहीं भी मैंने यह नहीं कहा कि दिग्विजय सिंह ने झूठा विश्वास भरा था, इसके कारण सरकार नहीं बची। इस अनौपचारिक चर्चा को पूरी तरह से ग़लत ढंग से प्रचारित व प्रसारित किया गया है।
आपको बात दें कि इससे पहले मीडिया में यह खबरें आई थी कि कमलनाथ राज्य में अपनी सरकार इसलिए नहीं बचा सके, क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उनमें झूठा विश्वास भर दिया था कि पार्टी के कुछ निश्चित विधायक साथ छोड़कर और कहीं नहीं जाएंगे। बीजेपी-सिंधिया गठजोड़ की चालों की पूरी जानकारी होने के बावजूद इस साल मार्च में अपनी सरकार नहीं बचा सके क्योंकि वो झूठे विश्वास में थे।