Chunav Manch: मध्य प्रदेश का चुनाव बेहद ही रोचक हो चला है। राज्य का राजनीतिक पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। इसी बीच इंडिया टीवी चुनाव मंच पर मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने राजनीति में आने का किस्सा बताते हुए कहा कि उनके घर वाले उन्हें थानेदार बनाना चाहते थे। उस समय थानेदार का गांव में बड़ा ही रौब होता था। उन्हें पढ़ाई के लिए इंदौर भेजा, लेकिन उनके हाथ में चोट लग गई और वह राजनीति में आ गए। उन्होंने कहा कि राजनीति में आने का सबसे बड़ा कारण मेरे गांव में देखी गई समस्या थीं। पीने के पानी के लिए कई किलोमीटर तक पैदल जाना पड़ता था।
कांग्रेस ने गांव को पिछड़ा ही रखा- कमल पटेल
कमल पटेल ने कहा कि देश में 60 साल तक कांग्रेस की सरकार थी लेकिन उन्होंने कुछ चंद लोगों के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि आजादी के समय महात्मा गांधी का एक सपना था कि गांव की जनता का विकास होना चाहिए। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने इसका उल्टा किया। कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने देश के शहरों में कुछ चंद प्रतिशत लोगों के लिए ही कुछ काम किया और गांव की तरफ देखा भी नहीं। लेकिन हमारी सरकार ने गांव के विकास के लिए काम किया। केंद्र और राज्य सरकार सैकड़ों ऐसी योजनाएं लेकर आई, जिससे आज भारत के गांव शहरों से भी आगे हो रहे हैं।
कांग्रेस वोटों के लिए अब बन रही नकली हिंदू- कमल पटेल
कांग्रेस और कमलनाथ की ताजा चुनावी रणनीति पर हमला बोलते हुए कहा कि आज यह लोग हिंदूवादी बातें करते हैं। लेकिन ये वही लोग हैं जिन्होंने भगवा आतंक कहा था। इस शब्द को गढ़ने वाले कोई और नहीं इनके ही नेता दिग्विजय सिंह ही हैं। ये लोग मुस्लिम तुष्टीकरण करते थे। हिंदू सभ्यताओं का अपमान करते थे, लेकिन अब जब इन्हें दिख गया है कि जनता समझ चुकी है कि हिंदुओं का अपमान करके, उन्हें साइडलाइन करके राजनीति में टिकना संभव नहीं है। इसलिए अब यह चोला पहनकर हिंदू होने का दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमें क्या ही सिखायेंगे, हमने राम मंदिर के निर्माण के लिए 4 राज्यों की सरकार गंवाई।