भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे हैं। चार बड़े शहरों- भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के स्थिति ज्यादा खराब है। नाइट कर्फ़्यू और संडे लॉकडाउन भी फैल होता दिख रहा है। कोरोना के बढ़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं। रविवार को राज्य में 3178 नए संक्रमित मिले जबकि 11 मरीजों की मौत हुई।
अगर भोपाल, इंदौर, जबलपुर और गवालियर की बात करें तो नए मिलने वाले कोरोना संक्रमितों में से 50 फीसदी मामले इन्हीं शहरों के हैं। रविवार को इंदौर में 737, भोपाल में 526, जबलपुर में 224 और ग्वालियर में 120 नए केस मिले हैं। भोपाल में पिछले 10 दिन में 5000 मरीज बढ़े हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 11 फीसदी हो गया है।
राज्य के भीतर बीते एक महीने में सक्रिय मामलों की संख्या 6 गुना बढ़कर 21335 हो गई है। राज्य में अभी तक कुल 306851 मामले सामने आए, जिनमें से कुल 4040 मरीजों की मौत हो गई जबकि 281476 लोग कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो गए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे संकट की घड़ी बताते हुए कहा कि वह लंबा लॉकडाउन लगाना नहीं चाहते हैं लेकिन जहां हालात बिगड़ते हैं, वहां कम वक़्त के लिए लॉकडाउन लगाया जाएगा। इसके अलावा अब छत्तीसगढ़ की सीमा पर भी आवागमन बंद कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ से MP आने जाने पर रोक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड-19 पर नियंत्रण के मद्देनजर पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से आवाजाही पर रोक लगाई जाएगी और जरूरत पड़ी तो प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी लॉकडाउन लगाया जायेगा। चौहान ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र से लगी मध्य प्रदेश की सीमा को पहले ही सील कर दिया है।
उन्होंने मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्यों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण से सावधानी के सवाल पर कहा, ‘‘अब छत्तीसगढ़ से प्रदेश में आवाजाही पर रोक लगाई जायेगी। जिन लोगों को आवश्यक कार्य से मध्यप्रदेश में आना होगा उन्हें मानवीय आधार पर अनुमति दी जाएगी जबकि माल परिवहन जारी रहेगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए धैर्य की आवश्यकता है। चौहान ने कहा, ‘‘सोमवार को शाम को छह बजे मैं अपने वाहन से लाउडस्पीकर से लोगों से दो गज की दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने की अपील करुंगा।’’