मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सर्द रात में भोपाल की सड़कों पर निकले। यहां उन्होंने देर रात भोपाल के रैन बसेरों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, हमीदिया अस्पताल, बुधवारा और शाहजहानी पार्क स्थित रैन बसेरों का निरीक्षण किया। फुटपाथ पर सो रहे लोगों को देखने के बाद कलेक्टरों को रैन बसेरों में पहुंचाने के निर्देश दिए।
इसके अलावा सीएम चौहान ने रैन बसेरों में रह रहे लोगों से व्यवस्थाओं के बारे में भी जाना। रैन बसेरों मे रह रहे लोगों से अन्य चीजों पर भी चर्चा की। सीएम ने रैन बसेरों में ठहरे हुए लोगों से खाना और तबीयत के बारे में भी पूछा। रेन बसेरा में दो बीमार लोगों को अस्पताल भेजकर उनके इलाज की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। बस स्टैंड और स्टेशन मे देर रात अपने बीच अचानक मुख्यमंत्री को देख लोग भी अचंभित हो गए।
मुख्यमंत्री भी सहजता से लोगों से मिले और उपस्थित लोगों से ठंड में शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का हाल जाना। लोगों से मुख्यमंत्री ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की भी अपील की है। चार बत्ती चौराहे पर अलाव ताप रहे लोगों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा भी की। एक व्यक्ति ने अपने बच्चे के इलाज की बात कही तो सीएम ने अधिकारियों को तुरंत इलाज करवाने के निर्देश दे डाले।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'आज मैं व्यवस्था देखने निकला हूं। यहां इस रैन बसेरे में, मैं पिछले साल भी आया था। लोग यहां पर हैं, कंबल, गद्दे ,ओढ़ने की व्यवस्था है, अलाव भी जल रहा है। मुझे लगता है कि यहां स्थान बढ़ाने की जरूरत है। मैंने निर्देश दिए हैं कि जो, एक पलंग है अगली बार ऐसी व्यवस्था करें कि दो पलंग ऊपर नीचे हो जाएं ताकि, ज्यादा लोग सो सकें। दो लोगों का स्वास्थ्य भी यहां ठीक नहीं था उन्हें अस्पताल भेजने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'व्यवस्थाओं से लोग संतुष्ट हैं, लोगों को यहां इस बसेरे में सहारा मिलता है, व्यवस्थाएं अच्छी हैं और बेहतर करने की जरूरत है। मुझे लगा कि थोड़ा कंजेस्टेड ज्यादा है। जगह और बढ़ाने की जरूरत है, यहां और कैसे लोग ज्यादा ठीक से रह सके उसका इंतजाम भी करेंगे।'