Madhya Pradesh Assembly Election Results 2023: देवास जिले से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल पांच सीटें हैं। बात की जाए देवास विधानसभा सीट की तो यहां की सियासत पर तीन दशकों से पवार राजघराने का कब्जा है। यहां पर स्व. तुकोजीराव पवार साल 1990 से लगातार 6 बार विधायक चुने गए। वह एमपी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं, लेकिन उनके निधन के बाद जब 2015 में उपचुनाव कराए गए तो उनकी पत्नी को भाजपा से टिकट मिला। उनकी पत्नी गायत्रीराजे पवार ने 2015 के उपचुनाव में जीत हासिल की और फिर दोबारा 2018 के चुनाव में भी अपनी सीट पर जीत को बरकरार रखा। इस बार भी गायत्रीराजे ने जीत हासिल की, उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप चौधरी को 26956 वोटों से हराया। इस दौरान गायत्रीराजे को 117422 वोट मिले तो कांग्रेस उम्मीदवार को केवल 90466 वोट मिल सके।
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मैदान में 06 उम्मीदवार
देवास विधानसभा सीट से इस बार कुल 06 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां पर मुख्य मुकाबले की बात करें तो भाजपा के सामने कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो थोड़ा बहुत वोट हासिल कर लेती है। भाजपा और कांग्रेस को छोड़ दें तो अन्य चार प्रत्याशी देवास विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस बार प्रदीप चौधरी को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं भाजपा ने एक बार फिर गायत्रीराजे पवार पर ही भरोसा जताया है। इनके अलावा, राजुल श्रीवास्तव, श्रवण सिंह, चना ज्ञानेश और राजेंद्र चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। ऐसे में देवास सीट पर भी इस बार होने वाला विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने वाला है।
पिछले चुनावों में क्या रहा था परिणाम
देवास विधानसभा सीट पर इस समय भाजपा का कब्जा है। यह सीट मुख्य रूप से कई दशकों से पवार राजघराने के पास ही रही है। इस सीट पर जहां पहले तुकोजीराव पवार का कब्जा था तो वहीं उनके निधन के बाद सत्ता की बागडोर उनकी पत्नी गायत्रीराजे पवार संभाल रही हैं। पवार राजघराने के आगे अन्य किसी भी दल का कोई प्रत्याशी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाता है। ऐसे में यदि इस बार जनता का मूड बदला तो यहां का मुकाबला रोचक हो सकता है। बता दें कि देवास विधानसभा सीट पर कुल 2 लाख 81 हजार 730 मतदाता हैं। इनमें 1 लाख 42 हजार 299 पुरुष और 1 लाख 39 हजार 426 महिला मतदाताओं के साथ 5 अन्य मतदाता भी शामिल हैं।
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