Highlights
- पानी-पूरी खाने से 97 बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत
- तबीयत बिगड़ने पर 97 बच्चों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया
- पानी-पूरी बेचने वाले दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में लिया
Madhya Pradesh: पानी-पूरी (फुलकियां) का टेस्ट देश में काफी पसंद किया जाता है। गली-चौराहों पर अक्सर लोग ठेले पर खड़े होकर पानी-पूरी (pani puri) खाते हुए दिखाई पड़ते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मंडला जिले के सिंगारपुर ग्राम पंचायत में लगे हाट बाजार में पानी-पूरी खाना बच्चों को काफी महंगा पड़ गया है।
पानी-पूरी (pani puri) खाने के बाद इन बच्चों की तबीयत खराब हो गई और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा। मंडला जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. के आर शाक्य ने बताया कि शनिवार रात जिला अस्पताल में एक के बाद एक 97 बच्चों को भर्ती कराया गया। इन बच्चों ने हाट बाजार से पानी-पूरी खाईं थीं, जिसके बाद इनकी तबीयत बिगड़ गई।
डॉक्टर ने बताया कि बच्चे अब खतरे से बाहर हैं और डॉक्टरी निगरानी में हैं। पुलिस ने पानी-पूरी बेचने वाले दुकानदार को हिरासत में लिया है और खाद्य पदार्थ के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
पानी-पूरी खाने के बाद बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत
सभी बीमार बच्चों ने एक ही दुकान से पानी-पूरी खाई थी। शनिवार शाम 7.30 बजे इन बच्चों के पेट में दर्द हुआ और उल्टियां होनी शुरू हो गईं। इसके बाद बच्चों को एक के बाद एक स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। लेकिन बीमार बच्चों की संख्या बढ़ने लगी तो उन्हें जिला अस्पताल शिफ्ट किया गया।
बता दें कि सिंगारपुर ग्राम पंचायत जिला मुख्यालय से करीब 38 किलोमीटर दूर है। ऐसे में जनता इस बात का शुक्र मना रही है कि बच्चों की जान को खतरा नहीं है। ऐसे में एक बड़ी अनहोनी टल गई।
केंद्रीय मंत्री बच्चों का हाल लेने पहुंचे
मामले का पता लगने पर केंद्रीय मंत्री और मंडला से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने शनिवार रात पीड़ित बच्चों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। इस मामले के सामने आने के बाद सभी लोग ये कहते दिखाई दिए कि पानी-पूरी खाने से पहले दुकानदार और उसके बेचने के तरीके को अच्छे से परख लें। कई बार पानी-पूरी बेचते समय दुकानदार सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते, जिससे लोगों की जान पर बन आती है।