भोपाल: कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ को झटका देते हुए, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा नगर निगम से उनकी पार्टी के सात पार्षद लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। पार्षदों ने मंगलवार देर शाम राजधानी भोपाल में राज्य के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के आवास पर अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। इस दौरान उन्होंने ‘‘फिर एक बार मोदी सरकार’’ का नारा लगाया।
छिंदवाड़ा में बीजेपी ने लगाई सेंध
भाजपा की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्षद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों से प्रभावित हैं। छिंदवाड़ा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है, जो वर्तमान में इस विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' राज्य से गुजर रही है। भाजपा की विज्ञप्ति में कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल में शामिल होने वाले सात पार्षद रोशनी सल्लम, लीना तिरकम, संतोषी वाडिवार, दीपा मोहरे, जगदीश गोदरे, चंद्रभान ठाकरे और धनराज भावरकर हैं।
नगर निगम में 48 पार्षद, समीकरण गड़बड़ाया
बता दें कि छिंदवाड़ा नगर निगम में कुल मिलाकर 48 पार्षद हैं। सात पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बाद नगर निगम का समीकरण गड़बड़ा गया है। नगर निगम में कांग्रेस के 26 पार्षद जीते थे, भाजपा के 19 पार्षद जीते और तीन पार्षद निर्दलीय जीते थे। इसमें से दो कांग्रेस और एक भाजपा को समर्थन दे रहे थे।
कमलनाथ को लेकर भी अटकलें
कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ, जो छिंदवाड़ा से लोकसभा सदस्य हैं, के भविष्य के कदमों को लेकर पिछले कुछ समय से अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, दोनों ने कहा है कि उनका भाजपा में जाने का कोई इरादा नहीं है। 2019 के आम चुनाव में मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से भाजपा को 28 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस ने केवल छिंदवाड़ा सीट जीती। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट का नौ बार प्रतिनिधित्व किया है। (भाषा)
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