Highlights
- खरगोन में लगाये जा रहे 121 सीसीटीवी कैमरे
- कैमरों को उस इलाके में भी लगाया जा रहा जहां पथराव हुए
- रामनवमी के जुलूस के दौरान भड़की थी सांप्रदायिक हिंसा
खरगोन: मध्यप्रदेश के खरगोन शहर में इस महीने के शुरू में रामनवमी के जुलूस के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर 121 सीसीटीवी कैमरे लगाने शुरू कर दिए हैं। कैमरों को उस इलाके में भी लगाया जा रहा है जहां कथित रूप से पथराव की घटनाएं हुई थी। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने मंगलवार को लगातार चौथे दिन खरगोन में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक नौ घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी और आज से कर्फ्यू में छूट की अवधि के दौरान निजी यात्री बसों का संचालन भी शुरू कर दिया गया। खरगोन शहर में 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस पर कथित पथराव के बाद आगजनी की घटनाएं हुई थी, जिसमें दुकानों, घरों एवं वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया था। इसके बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
14 अप्रैल से स्थानीय प्रशासन कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दे रहा है। खरगोन की मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रियंका पटेल ने बताया, 'पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदत्त सूची के मुताबिक 36 स्थानों पर 121 सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसमें 14 विशेष कैमरे हैं, जो किसी स्थान से गुजरने वाले वाहन की नंबर प्लेट तक का दृश्य ले सकते हैं। इसके अलावा, 10 कैमरे ऐसे हैं जो 360 डिग्री पर घूम कर दृश्य रिकॉर्ड करने में सक्षम हैं। 97 कैमरे वेरीफोकल आईपी कैमरे हैं जो पूरी तरह सुरक्षा या अपने सामने से गुजरने वालों की गतिविधि को रिकॉर्ड कर सकेंगे।' पटेल ने बताया कि शहर के 36 स्थानों में वो क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां हाल में पथराव की घटनाएं हुई थी।
खरगोन जिलाधिकारी अनुग्रह पी ने बताया कि मंगलवार से कर्फ्यू में छूट की अवधि के दौरान निजी यात्री बसों का संचालन बस स्टैंड से शुरू कर दिया गया। ये बसें सोमवार तक खरगोन की सीमा तक आ रही थी जहां से यात्रियों को पैदल ही अपने गंतव्य तक जाना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू में ढील की अवधि के दौरान कृषि मंडी, दूध, सब्जियां, दवाएं और नाई की दुकानों सहित अन्य दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। वहीं, प्रभारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोहित काशवानी ने सोमवार शाम को मीडियाकर्मियों को बताया कि रामनवमी के दिन भड़की हिंसा के दौरान जिले के (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को कथित रूप से पैर में गोली मार कर घायल करने वाले आरोपी मोहसिन उर्फ वसीम से पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने तीन दिन की रिमांड के दौरान मोहसिन से पूछताछ के बाद कुन्दा नदी के किनारे से देसी पिस्तौल बरामद कर ली गई है, जिससे उसने चौधरी पर गोली चलाई थी। प्रभारी एपी ने कहा कि पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मोहसिन ने सिकलीगर तूफान सिंह से यह पिस्तौल खरीदी थी और पुलिस अब सिकलीगर से भी पूछताछ करेगी। काशवानी ने बताया कि मोहसिन की तीन दिन की पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया था, जिसने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्होंने कहा कि हिंसा के मामले में अब तक 68 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 175 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फरार उपद्रवियों की तलाश की जा रही है। इनपुट-भाषा