Highlights
- लंपी स्किन डिजीज एक वायरल बीमारी है,
- हिमाचल प्रदेश में 66,333 जानवर इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं
- राजस्थान में 64,000 से ज्यादा मौत हो चुकी है
Lampi Virus: मध्य प्रदेश में लंपी वायरस के कारण त्वचा संक्रमण से प्रभावित 86 प्रतिशत से अधिक मवेशी संक्रमण से उबर चुके हैं और राज्य में पिछले 10 दिनों में किसी मवेशी की मौत की खबर नहीं है। एक वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि राज्य में अगस्त से अब तक कम से कम 291 मवेशियों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कुल 11 लाख 25 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
इतने जानवर बीमारी से उबर चुके हैं
अधिकारी ने कहा कि बीमार पशुओं का सतत उपचार किया जा रहा है, जिससे पिछले 10 दिनों से संक्रमित पशुओं की संख्या एवं इससे पशुओं की मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह से किसी नये जिले से पशुओं में बीमारी की कोई सूचना नहीं मिली है। पशु चिकित्सा और डेयरी विभाग के निदेशक आर के मेहिया ने कहा, ‘‘ कुल 17,553 मवेशी लंपी वायरस से प्रभावित थे और उनमें से 15,073 अर्थात 86 प्रतिशत बीमारी से उबर चुके हैं।
23 लाख खुराक है उपलब्ध
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण के लिए वर्तमान में 2,480 मवेशियों का इलाज किया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि जुलाई में वायरस फैलने के बाद प्रयोगशालाओं ने राज्य के कुल 52 जिलों में से 14 में लंपी वायरस की उपस्थिति की पुष्टि की थी। मेहिया ने कहा कि प्रदेश में कुल 1.87 करोड़ गोवंश की तुलना में इस वायरस से प्रभावित मवेशियों की संख्या बहुत कम है। उन्होंने कहा कि राज्य में कम से 11.25 लाख मवेशियों को इस बीमारी के खिलाफ टीका लगाया जा चुका है और टीके की 23 लाख खुराक उपलब्ध हैं। अधिकारी ने कहा कि पिछले 10 दिनों से संक्रमण दर में गिरावट आ रही है और प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है।
राजस्थान में मचाया है कहर
राजस्थान अब तक वायरस से संक्रमित लगभग 14 लाख जानवरों के साथ सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है, जिनमें से 64,000 की मौत हो चुकी है। राजस्थान के बाद पंजाब है, जिसमें 1,73,159 संक्रमित जानवर हैं, जिनमें से 17,200 की मौत हो चुकी है और मृत्यु दर 10 प्रतिशत से अधिक है। गुजरात में अब तक 1,56,236 जानवर इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 5,544 की मौत हो चुकी है।
हिमाचल में 333 से अधिक जानवरों की मौत
इसी तरह, हिमाचल प्रदेश में 66,333 जानवर इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 2,993 की मौत हो चुकी है, जबकि हरियाणा में कुल 97,821 जानवरों में से 1,941 जानवरों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर में संक्रमित जानवरों की संख्या 32,391 है, जिनमें से 333 की मौत हो चुकी है। इसी तरह, उत्तर प्रदेश में इस वायरस से संक्रमित हुए 26,024 जानवरों में से 273 जानवरों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि लंपी रोग के प्रसार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास सकारात्मक परिणाम दिखा रहे हैं। छह सबसे बड़े और सबसे गंभीर रूप से प्रभावित राज्यों की तुलना में यूपी लम्पी वायरस के प्रसार को रोकने में सबसे सफल राज्य के रूप में उभरा है।
क्या है लंपी वायरस
लंपी स्किन डिजीज एक वायरल बीमारी है, जिससे संक्रमित मवेशियों में बुखार, आंखों और नाक से स्राव, मुंह से लार आना, पूरे शरीर में गांठ, दूध उत्पादन कम होना और खाने में कठिनाई इसके मुख्य लक्षण दिखने लगते हैं। जिसे जानवरों की मृत्यु हो रही है।