मध्य प्रदेश में पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है, मगर कांग्रेस अब तक सभी सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। इसकी बड़ी वजह पार्टी के भीतर दिग्गज नेताओं को चुनाव लड़ाने को लेकर छिड़ा संग्राम है। राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं, जिनमें से कांग्रेस को 28 पर उम्मीदवार तय करना है। एक खजुराहो संसदीय सीट आपसी समझौते में समाजवादी पार्टी को दी गई है। इन 28 सीटों में से कांग्रेस 10 पर ही उम्मीदवार तय कर पाई है और उसे अभी 18 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का फैसला करना है।
नेताओं को चुनाव लड़ने में नहीं है दिलचस्पी
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के पास जमीनी स्तर से जो फीडबैक आया है उसके मुताबिक दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, अरुण यादव, उमंग सिंघार, जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, जीतू पटवारी, विवेक तंखा जैसे नेताओं के चुनाव लड़ाने की बात कही गई है। वहीं, इन नेताओं में से कई ऐसे हैं जो कह चुके हैं कि लोकसभा चुनाव लड़ने में उनकी दिलचस्पी नहीं है।
बड़े नेताओं को चुनाव लड़ाने पर संग्राम
सूत्रों ने कहा, पार्टी के अंदर दिग्गजों को चुनाव लड़ाने को लेकर चल रहे मंथन और दिग्गजों द्वारा चुनाव लड़ने में की जा रही आनाकानी के चलते ही उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। इतना ही नहीं पार्टी कई विधायकों को भी मैदान में उतारने का मन बना रही है। संभावना इस बात की भी जताई जा रही है कि पार्टी हाईकमान दिग्गज नेताओं से सीधे बात करेगा और उसके बाद ही केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक में नामों पर मुहर लग पाएगी। (IANS)
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