मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने बड़ी छापेमारी की है। लोकायुक्त ने पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर छापा मारा है जिसमें करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल के घर पर लोकायुक्त की रेड अभी भी जारी है। लोकायुक्त की ये छापेमारी पूर्व कॉन्स्टेबल के अरेरा कॉलोनी स्थित घर और दफ्तर में की गई है। सूत्रों के मुताबिक छापे में अब तक लाखों रूपये कैश, सोने-चांदी के जेवर और जमीनों के दस्तावेज भी मिले हैं।
VRS लेकर कंस्ट्रक्शन बिजनेश शुरू किया
जानकारी के मुताबिक, लोकायुक्त की छापे की कार्रवाई शाम होने तक जारी ही थी। बताया जा रहा है सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में वीआरएस लेने से पहले आरक्षक (कांस्टेबल) के तौर पर पदस्थ रहे हैं। आरक्षक की नौकरी से वीआरएस लेने के बाद वह कंस्ट्रक्शन के व्यवसाय मे आ गए थे। लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिली थी कि आरक्षक रहे सौरभ शर्मा ने आरटीओ कांस्टेबल रहते हुए आय से ज्यादा कमाई की थी जिससे उनके करोड़ों की संपत्तियां होने की जानकारी मिली थी।
अनुकंपा पर मिली थी नौकरी
लोकायुक्त के सूत्रों के मुताबिक सौरभ शर्मा को आरटीओ विभाग में नौकरी पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के तौर पर मिली थी। तकरीबन 12 साल नौकरी करने के बाद सौरभ ने इस्तीफा देकर रियल एस्टेट के कारोबार में प्रवेश किया था। लोकायुक्त के छापे के दौरान सौरभ शर्मा अपने घर पर नहीं मिले हैं।
दूसरी ओर भिंड में मरीजों के साथ बड़ी लापरवाही
वहीं, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के भिंड जिले से भयानक मामला सामने आ रहा है। यहां छह मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई है। यह घटना ग्वालियर के गोविंदपुरी स्थित कालरा आई हॉस्पिटल की है। मामले में ग्वालियर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए कालरा आई हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर को बंद करवा दिया है।
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