भोपाल: एमपी की 29 लोकसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की। मध्य प्रदेश में भाजपा की ही सरकार भी है। ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि क्या लोकसभा चुनाव में भी एमपी की सीटों पर भाजपा कमाल कर पाएगी? इसी पर इंडिया टीवी-CNX का ओपिनियन पोल सामने आया है, जिससे स्थिति स्पष्ट होती दिख रही है। ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी एमपी की सभी 29 सीटें एक बार फिर से जीत सकती है।
एमपी की इन हॉट सीटों पर रहेगी नजर-
भोपाल- बीजेपी ने फायरब्रांड नेता और पिछली बार ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीतने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का टिकट काटकर भोपाल के पूर्व मेयर आलोक शर्मा को इस सीट से टिकट दिया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव पर दांव लगाया है, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के करीबी हैं। अरुण कायस्थ समाज से आते हैं। भोपाल सीट पर कायस्थ वोटर्स लगभग 2 लाख से ज्यादा हैं। बता दें कि बीते 9 लोकसभा चुनावों से ये सीट बीजेपी लगातार जीत रही है। ओपिनियन पोल के मुताबिक इस सीट पर बीजेपी आगे दिख रही है।
विदिशा- पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा से है। शिवराज सिंह चौहान विदिशा से पहले भी सांसद रह चुके हैं। इस बार भी विदिशा से उनकी जीत तय मानी जा रही है। बीते 11 चुनावों से बीजेपी ये सीट अच्छे खासे मार्जिन से जीत रही है। इस सीट से सुषमा स्वराज और अटल बिहारी वाजपेयी भी सांसद रहे हैं। बीजेपी के लिए हमेशा से ये सीट सेफ मानी जाती रही है। ओपिनियन पोल के मुताबिक इस सीट पर भी बीजेपी आगे दिख रही है।
राजगढ़- दो बार से सांसद रोडमल नागर एक बार फिर राजगढ़ सीट से मैदान में हैं। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। दिग्विजय सिंह पहले लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके थे, लेकिन दिल्ली के प्रेशर के बाद उन्हें मैदान में उतरना पड़ा। ओपिनियन पोल के मुताबिक इस हॉट सीट की फाइट में दिग्विजय सिंह हारते दिख रहे हैं।
उज्जैन- महाकाल की नगरी उज्जैन मुख्यमंत्री मोहन यादव का क्षेत्र है। यहां पर सिटिंग एमपी अनिल फिरोजिया को बीजेपी ने फिर से मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने महेश परमार पर दांव खेला है। उज्जैन सीट पर बीजेपी हमेशा से मजबूत रही है। महाकाल लोक का निर्माण हो या फिर मोहन यादव का मुख्यमंत्री बनना, बीजेपी को ये सारे फैक्टर एक बार फिर जीत दिलाने में मददगार साबित होते दिख रहे हैं।
इंदौर- ये सीट बीजेपी का एक और मजबूत किला मानी जाती है। मौजूदा सांसद शंकर लालवानी पर बीजेपी ने फिर से भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने अक्षय बम पर दांव खेला है। इस सीट पर बीजेपी की सुमित्रा महाजन लगातार 8 बार सांसद रही हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक इस सीट पर भी बीजेपी आगे दिख रही है।
छिंदवाड़ा- इस सीट पर कांग्रेस ने नकुलनाथ को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन ओपिनियन पोल के मुताबिक नकुलनाथ हारते हुए दिख रहे हैं। कमलनाथ के गढ़ में कांग्रेस का जनाधार खिसकता दिख रहा है। वहीं बीजेपी के बंटी साहू कांग्रेस के इस मजबूत किले को भेदते दिख रहे हैं। छिंदवाड़ा हारने का मतलब कांग्रेस के लिए मध्यप्रदेश में आखिरी उम्मीद का खत्म हो जाने जैसा है।
जबलपुर- इस सीट पर बीजेपी ने आशीष दुबे के तौर पर ब्राह्मण चेहरा मैदान में उतारा है। ये सीट बीजेपी लगातार 8 बार से जीत रही है। यहां चार बार से राकेश सिंह सांसद थे, जिन्हें बीजेपी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया और वो अब मोहन यादव कैबिनेट में मंत्री हैं। वहीं कांग्रेस ने दिनेश यादव को उम्मीदवार बनाया है। दिनेश यादव चुनाव प्रचार के दौरान वोट के साथ साथ वोटर्स से 10-10 रुपये का चंदा मांगने के लिए काफी चर्चा में रहे हैं।
गुना- केंद्रीय मंत्री और सिंधिया राजघराने के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना की सीट जीत सकते हैं। 2019 के चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंह गुना सीट हार गए थे। 2024 में बीजेपी के टिकट पर सिंधिया गुना से आसानी से जीत सकते हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस कैंडिडेट राव यादवेंद्र सिंह उनके मुकाबले पिछड़ते दिख रहे हैं।
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