Lok Sabha Elections 2024: देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। सात चरणों में लोकसभा के चुनाव होंगे। वहीं, मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए चार चरणों में वोट डाले जाएंगे। सूबे की हॉट सीट छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में पहले फेज में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। पहले फेज में प्रदेश की 6 सीटों पर वोटिंग होनी है, जिनमें सीधी, शाहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा शामिल है। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में 7 विधानसभाएं हैं, जिनमें जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, चौराई, सौसर, छिंदवाड़ा, परासिया और पंधुमा शामिल हैं। ये सभी विधानसभाएं फिलहाल कांग्रेस के पास है।
मध्य प्रदेश की सियासत में छिंदवाड़ा सीट हॉट सीट बनी हुई है। प्रदेश में मिशन 29 लेकर चल रही केंद्र और राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी, कांग्रेस की झोली में पड़ी एक मात्र सीट को छीनना चाहती है। यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ सांसद हैं। पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है। उन्हें दोबारा टिकट दिया गया है। इसके जवाब में बीजेपी ने यहां से विवेक 'बंटी' साहू को टिकट दिया है। बीजेपी ने बंटी को इस सीट पर रिपीट किया है। बीते चुनाव में उन्होंने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी। छिंदवाड़ा में नॉमिनेशन की तारीख 20 मार्च से शुरू होगी। नामांकन की आखिरी तारीख 27 मार्च है, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 30 मार्च होगी।
नकुल नाथ का सियासी सफर
सांसद नकुल नाथ ने अपने पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सीट छिंदवाड़ा से पहली बार 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने ये चुनाव जीता और पहली बार में ही सांसद बन गए। साल 2018 में मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद साल 2019 में हुए आम चुनाव में उनके पुत्र नकुल नाथ छिंदवाड़ा सीट से सांसद चुने गए थे। नकुल नाथ वर्तमान में मध्य प्रदेश से इकलौते कांग्रेस सांसद हैं। नकुल नाथ सांसद होने के साथ-साथ उद्योगपति भी हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नकुल नाथ के सामने बीजेपी ने नत्थन शाह को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन BJP उम्मीदवार को 37 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। सिर्फ 1997 का चुनाव छोड़ दिया जाए तो 1980 से यह सीट कमलनाथ और उनके परिवार के पास है।
कौन हैं विवेक बंटी साहू?
छिंदवाड़ा से बीजेपी उम्मीदवार विवेक बंटी साहू के राजनीतिक करियर की बात की जाए तो उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष के तौर पर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। साल 2019 में छिंदवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ उन्होंने पहला चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में विवेक बंटी साहू को 25 हजार वोटों से शिकस्त मिली थी। बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को 2023 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा। इस विधानसभा चुनाव में भी विवेक बंटी साहू को लगभग 35 हजार वोटों से हार मिली। अब एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव में विवेक बंटी साहू को कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। विवेक बंटी साहू के साथ यह संयोग जुड़ने वाला है कि वह पिता-पुत्र दोनों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने वाले विरले उम्मीदवार होंगे।
छिंदवाड़ा सीट का चुनावी इतिहास
मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है। इस सीट को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। इस सीट से कमलनाथ 9 बार सांसद निर्वाचित हुए हैं, जबकि एक बार उनकी पत्नी अलका नाथ और एक बार उनके पुत्र नकुल नाथ को यहां से जीत मिली है। कांग्रेस ने इस सीट से एक बार फिर कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को मैदान में उतारा है। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में 1971 से 2019 तक हुए 14 आम चुनावों में से 13 में कांग्रेस का दबदबा रहा है। 1980 से 2019 तक इस सीट पर एक छत्र कमलनाथ परिवार का ही कब्जा रहा है। 1980 से 1991 तक कमलनाथ खुद इस सीट से सांसद चुने गए। 1996 में हुए चुनावों में उनकी पत्नी अल्का कमलनाथ छिंदवाड़ा की सांसद बनीं। 1998 से 2014 तक फिर कमलनाथ यहां के सांसद रहे। 2019 में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद बने।
सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल (102 सीट), दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल (89 सीट), तीसरे चरण के लिए 7 मई (94 सीट), चौथे चरण के लिए 13 मई (96 सीट), पांचवें चरण के लिए 20 मई (49 सीट), छठा चरण के लिए 25 मई (57 सीट) और सातवें चरण के लिए 1 जून को (57 सीट) वोट डाले जाएंगे।