लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के राजगढ़ में रैली की है। यहां उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजगढ़ सीट से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला किया है। गृह मंत्री शाह ने लोगों से दिग्विजय सिंह को भव्य विदाई देने की अपील की है। उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल न होने को लेकर भी राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह पर हमला किया है। आइए जानते हैं कि गृह मंत्री अमित शाह ने और क्या-क्या कहा है।
वोट बैंक की राजनीति का आरोप
गृह मंत्री अमित शाह ने राजगढ़ लोकसभा सीट के खिलचीपुर में चुनाव प्रचार करते हुए राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल न होना पूरी तरह वोट-बैंक की राजनीति से प्रेरित था। शाह ने कहा कि राहुल और दिग्विजय अपने वोट बैंक से डरते हैं और इसलिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जाना चाहिए।
आशिक का जनाजा है...
गृह मंत्री अमित शाह ने दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए लोगों से उनके राजनीतिक करियर को भव्य विदाई देने की अपील भी की। अमित शाह ने दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करने के लिए कहा-"आशिक का जनाज़ा है, जरा धूम से निकले।" अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को राजनीति से स्थायी विदाई देने का समय आ गया है। उन्हें भारी अंतर से हराएं और घर बिठाएं।
भगवा रंग को आतंकवाद से जोड़ने का आरोप
अमित शाह ने भगवा रंग को आतंकवाद से जोड़ने के लिए भी दिग्विजय सिंह की आलोचना की। उन्होंने कहा कि दिग्विजय ने आतंकवादी हाफिज सईद का जिक्र करते हुए 'साहेब' शब्द का इस्तेमाल किया, जाकिर नाइक को गले लगाया अफजल गुरु की फांसी व पीएफआई पर प्रतिबंध का विरोध किया। बता दें कि राजगढ़ में तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा। (इनपुट: भाषा)
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