Highlights
- उपद्रवी तत्वों ने बीच चौराहे पर लगाए भड़काऊ नारे
- 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
MP News : बीते दिनों खरगोन में रामनवमी के दौरान सांप्रदायिक हिंसा और अब खंडवा में मुहर्रम के जुलूस के दौरान लगे नारे 'गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा'। सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले इन नारों का वीडियो वायरल होने के बाद खंडवा में सांप्रदायिक तनाव का माहौल बन गया। हिंदूवादी संगठन भड़क गए और आरोपियों के साथ-साथ उनके नेताओं की गिरफ्तारी की मांग भी की।
उपद्रवी तत्वों ने बीच चौराहे पर लगाए नारे
मामला बुधवार रात 11:30 बजे का है जब मुहर्रम के जुलूस में ताजिए कर्बला की ओर जा रहे थे उसी दौरान जुलूस में शामिल उपद्रवी तत्वों ने बीच चौराहे पर 'सर तन से जुदा' के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान मोहर्रम के जुलूस में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस भी थी बावजूद इसके यह नारे लगते रहे। हालांकि पुलिस लगातार वीडियोग्राफी भी कर रही थी लेकिन घटना का पता और जनता का गुस्सा तब सामने आया जब पहला वीडियो वायरल हुआ और हिंदूवादी संगठन सामने आए।
20 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
हिंदू संगठनों की नाराजगी थी कि 24 घंटे से ज्यादा हो जाने के बावजूद दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके बाद शुक्रवार सुबह पुलिस ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 188 का मामला दर्ज किया है।इंडिया टीवी से बात करते हुए शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा" मध्य प्रदेश शांति का टापू है जैसे ही प्रशासन को इसकी इत्तला मिली एफआईआर दर्ज हुई, पूरी तरह कानून-व्यवस्था से ही प्रदेश चलेगा। किसी भी तरीके से अराजकता फैलाने का या वैमनस्यता फैलाने का किसी को भी मौका नही दिया जाएगा।कुछ लोग यदि इस तरीके की अनर्गल बातें करेंगे तो सहन नहीं किया जाएगा इसलिए प्रशासन ने एफआईआर दर्ज की है। वीडियो देखा जा रहा है, आईडटिफिकेशन हो रहा है जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी।'
अराजकता फैलानेवालों को मिलेगी सजा
पूछे जाने पर कि 48 घंटे बाद मामला दर्ज हुआ है इस दौरान सांप्रदायिक तनाव से खंडवा झूझता रहा, क्या यह पुलिस प्रशासन की नाकामी नहीं है? तो मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जैसे ही वीडियो मिला हमने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि जो ताजिया निकल रहे थे उसकी वीडियोग्राफी तो हो रही थी।जैसे ही कल वीडियो फुटेज मिला तत्काल उस पर कार्रवाई हुई और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। वीडियो देख कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कौन लोग थे जो अराजकता फैलाना चाहते थे। जो आयोजक हैं उनसे पूछताछ हो रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। अराजकता फैलाने वाले को मौका नहीं दिया जाएगा। दोषियों को सजा दी जाएगी और साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो यह भी सुनिश्चित किया जाएगा।'