भोपाल: विधानसभा उपचुनाव वाले मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर कर्मचारियों को धमकाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह द्वारा सरकारी अधिकारियों एवं चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की शिकायत की। इसके साथ ही बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा सरकारी कर्मचारियों पर अपमानजनक टिप्पणी करने की शिकायत करते हुए कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की।
'सिंधिया के खिलाफ लगाए झूठे आरोप'
भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने एक अन्य शिकायत पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव एवं पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के खिलाफ की, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करते हुए उन पर तथ्यहीन, झूठे आरोप लगाए जाने का जिक्र है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष शर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को न न्यायालय पर विश्वास है, न चुनाव आयोग पर। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत रही है।
पढ़ें: नाले की सफाई के दौरान मिला इंसान से भी बड़ा 'चूहा', लोगों में दहशत
पढ़ें: एक छोटी-सी गलती से मालामाल हुआ शख्स, लॉटरी में जीत लिए 14.7 करोड़ रुपये
'10 तारीख के बाद देख लेने की धमकी'
शर्मा ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय ने जिस तरह से प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों को धमकाया है, जिस तरह से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पर दबाव बनाने का प्रयास किया है, यह एक आपराधिक कृत्य है और बीजेपी इन नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती है। शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग के अधीन काम कर रहे प्रदेश के सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों के प्रति कांग्रेस नेता कमल नाथ और दिग्विजय ने जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया है, जिस तरह से उन्हें 10 तारीख के बाद देख लेने की धमकी दी है, वह ईमानदारी से काम कर रहे इन कर्मचारियों की निष्ठा पर संदेह जताने जैसा है, आचार संहिता का उल्लंघन है और एक आपराधिक कृत्य भी है।