मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में पक्ष हो या विपक्षी सभी पार्टियां अपने राजनीतिक हित को साधने में जुटी हुई हैं। इस बीच मध्य प्रदेश की सियासी तस्वीर बदलने लगी है और बदलती तस्वीर में हिंदू मुस्लिम दिखाई देने लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बुधवार को छिंदवाड़ा के मिलादुन्नबी मैदान में रोजा इफ्तार कार्यक्रम में अपने पुत्र और छिंदवाड़ा से सांसद नकुल नाथ के साथ शामिल हुए। इस दौरान रोजेदारों के साथ उन्होंने रोजा इफ्तारी की। मुस्लिम समुदाय ने कमलनाथ से चर्चा करते हुए कहा कि आपके लिए मक्का मदीना में दुआएं करके आए कि आपका साया हमारे सर पर रहे।
कमलनाथ का मुस्लिम वोट बैंक
इसपर कमलनाथ ने कहा कि आप सबको छिंदवाड़ा संभालना है। मुझे प्रदेश संभालने दें। आप सब चाहते हैं कि मैं यहां बंधकर रह जाऊं, तो मैं बंधकर रह जाता हूं। आप सब जगह देख रहे क्या हो रहा है। किस तरह पूरे देशभर में दंगा फसाद कर रहे हैं। ये लोग देश को बर्बाद करके छोड़ेंगे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं। कमलनाथ के इस बयान को भाजपा ने स्तरहीन और घटिया राजनीति का उदाहरण बताया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर कहा है कि इससे उनकी कुटिलता जाहिर हो रही है। एक तरफ वो हनुमान भक्त होने का प्रचार करवाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ रोजा इफ्तार में जाकर दंगे फसाद की बात करके क्या कहना चाहते हैं।
शिवराज और नरोत्तम मिश्रा ने कही ये बात
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि रोजा इफ्तार में वो वोट मांगने गए थे। स्तरहीन और घटिया राजनीति, डर दिखाओ वोट पाओ। मध्य प्रदेश इस समय शांति का टापू है। मध्य प्रदेश में कहां दंगे हो रहे हैं। बदनियत है, कुटिलता है, तुष्टीकरण है। जिसे करके कमलनाथ वोट हासिल करना चाहते हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं। शिवराज सिंह चौहान के इस बयान के बाद बीजेपी सरकार के प्रवक्ता और फायरब्रांड नेता गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सामने आए और कहा कि रोजेदारों के बीच में बैठकर भय पैदा करना, अलगाव पैदा करना यह कांग्रेस की परंपरा सी बनती जा रही है। पवित्र धार्मिक कार्यक्रम में दंगे की बात क्यों करनी थी। विभाजन की राजनीति कांग्रेस चुनाव के समय अल्पसंख्यकों के बीच में करती हैं।