kailash vijayvargiya News: भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कहा है कि मदरसों में कुरान के साथ ही कम्प्यूटर की तालीम देना भी जरूरी है। ताकि इनके स्टूडेंट्स डॉक्टर-इंजीनियर भी बन सकें। इंदौर में संवाददाताओं से बातचीत में कैलश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘आप मदरसे में कुरान की पढ़ाई कराएं, इस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मदरसे के स्टूडेंट्स को दूसरे हाथ में कम्प्यूटर दे दिया जाए, ताकि उन्हें आधुनिक शिक्षा भी मिल सके।’ उन्होंने कहा, ‘मदरसे में पढ़ा हुआ व्यक्ति डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बन पाता। हम चाहते हैं कि मदरसे में पढ़ा हुआ व्यक्ति डॉक्टर-इंजीनियर भी बने, इसलिए मदरसे में कुरआन के अलावा दूसरी शिक्षा भी दी जाए।’
'मदरसों की पढ़ाई पर हम कोई नियंत्रण नहीं करना चाहते'
भाजपा महासचिव ने कहा कि मदरसों में आधुनिक शिक्षा का ‘प्रयोग’ असम और उत्तर प्रदेश में शुरू हो गया है। विजयवर्गीय ने हालांकि मदरसों की पढ़ाई के सवाल को ‘ब्रॉड सब्जेक्ट’ बताया और कहा कि इस सिलसिले में सरकार और समाज, दोनों को विचार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘समाज भले ही बड़े आरोप लगाकर कहे कि मदरसों में जो शिक्षा दी जाती है, उस पर नियंत्रण की आवश्यकता है, लेकिन हम आज के समय में मदरसों की पढ़ाई पर कोई नियंत्रण नहीं करना चाहते।’
कुछ ताकतें देश को नीचा दिखाना चाहती हैं: विजयवर्गीय
उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या की घटना पर विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत की साख दुनिया में बढ़ी है, लेकिन कुछ ताकतें ऐसी घटनाओं के बूते देश को नीचा दिखाना चाहती हैं और इन शक्तियों को ‘राजनीतिक संरक्षण’ नहीं मिलना चाहिए। भाजपा महासचिव ने कहा, ‘उदयपुर की बेहद दर्दनाक घटना को कांग्रेस एक सामान्य कत्ल मान रही है, लेकिन साजिश के तहत की गई यह हत्या आतंकी शक्ल वाली थी। इसका वीडियो बनाकर इसे प्रसारित किए जाने का मतलब है कि हत्यारे समाज में आतंक फैलाना चाहते थे।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं आपसे ही पूछता हूं कि अगर यह घटना उत्तर प्रदेश में होती, तो क्या होता? यह एक सरकार और राजनीतिक दल की नीति और नीयत का सवाल है और इस घटना के बाद कांग्रेस का असली चेहरा सबके सामने आ गया है।'