उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार को महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक हादसे में घायल होने से बाल-बाल बच गए। सिंधिया राणाजी की छतरी से रामघाट की ओर निकल रहे थे, तभी उनके समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस धक्का-मुक्की में घाट के पास सीमेंट की रेलिंग गिर गई। हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी को चोट नहीं लगी।
सिंधिया सोमवार को इंदौर और उज्जैन के दौरे पर रहे। वे उज्जैन में महाकाल की शाही सवारी में भी शामिल हुए। बताया गया है कि सिंधिया यहां राणा जी की छतरी से रामघाट की ओर जा रहे थे। वे सीढ़ियां उतर रहे थे, तभी किनारे की रेलिंग भीड़ के दबाव के कारण टूट गई। उस समय सिंधिया उस जगह से महज कुछ फुट की दूरी पर थे।
सिंधिया और रेलिंग के बीच सुरक्षाकर्मी था। रेलिंग टूटने पर सिंधिया कुछ देर के लिए ठिठके भी, मगर उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने रेलिंग के मलबे को उनकी तरफ गिरने से रोका। इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई है।
दरअसल, सोमवार को उज्जैन में महाकाल की शाही सवारी निकाली गई थी। महाकाल पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को उज्जैन में सावन भादो मास की इसी मुख्य शाही सवारी में शामिल होने पहुंचे थे जहां उन्होंने रामघाट पर जाकर बाबा महाकाल की पालकी का पूजन किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया हर साल शाही सवारी में शामिल होते हैं, क्योंकि महाकाल मंदिर से सिंधिया परिवार का काफी पुराना संबंध है।