जबलपुर. 'फलों का राजा' आम न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में लोगों द्वारा बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। विभिन्न किस्म के आम की विभिन्न-विभिन्न कीमतें होती है। आम के सीजन में आम के बाग की पहरेदारी भारत में एक बेहद आम बात है। बाग से निकलते बच्चे या आग के पास से जाते राहगीरों का मन पेड़ पर लटकते आम पर आ ही जाता है, ऐसे में आम के बाग के मालिकों की मजबूरी होती है कि वो अपने बाग की पहरेदारी करे या करवाए। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश के एक आग के बाग में चंद आमों की रखवाली के लिए बाग के मालिक ने एक दो नहीं बल्कि 4 चौकीदार और 6 कुत्ते तैनात किए हैं।
दरअसल मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से 25 किलोमाटीर दूर नानाखेड़ा गांव में संकल्प परिवार नाम के एक व्यक्ति का आम का बाग है। इस बाग में मियाजाकी (miyazaki) आम के कुछ पेड़ हैं- ये आम की एक किस्म है। कहा जाता है कि मियाजाकी आम दुनिया का सबसे महंगा आम होता है। बाजार में इसकी कीमत 2.70 लाख रुपये प्रति किलोग्राम होती है। हालांकि बाग के मालिक का कहना है कि अभी उनके पास ₹21000 तक की डिमांड आई है लेकिन वो अभी इन आमों को नहीं बेचेंगे। उनका कहना है कि पहला आम महाकाल को समर्पित किया जाएगा और फिर व्यापार किया जाएगा।
बाग के मालिक संकल्प परिवार का कहना है कि पिछली बार आम चोरी हो गए थे। लोग आते हैं देखते हैं, इसलिए सुरक्षा के नीचे से यह सब किया गया है। संकल्प के बगीचे में 14 किस्म के आम के पेड़ हैं। इसके अलावा उनके बगीचे में अमरुद और इस तरह के अन्य फलों के पेड़ भी लगे हुए हैं। मध्य प्रदेश बागवानी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मियाजाकी (miyazaki) आम भारत में बहुत ही दुर्लभ हैं, इनके महंगा होने की वजह इनकी कम पैदावार और इनका मीठा स्वाद है। ये आम न सिर्फ देखने में अन्य आम से अलग नजर आते हैं बल्कि कई देशों में तो लोग इन आमों को गिफ्ट्स में देते हैं।