इंदौर: केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर पिछले छह साल से लगातार अव्वल आ रहा है। हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर पान-गुटखे को थूकने से कई लोग अभी नहीं मान रहे हैं। यही वजह है कि इंदौर नगर निगम ने शहर में सोमवार से ‘नो थू-थू’ अभियान शुरू किया, जिसके तहत लोगों को यहां-वहां पीक थूकने की बुरी प्रवृत्ति से रोका जाएगा।
यह अभियान इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और वैश्विक निवेशक सम्मेलन के जनवरी 2023 में आयोजित कार्यक्रमों से ऐन पहले शुरू किया गया है। इनमें बड़ी तादाद में विदेशी मेहमान भी आने वाले हैं जिसके मद्देनजर शहर को खूब सजाया-संवारा जा रहा है।
इंदौर मेयर ने की अभियान की शुरुआत
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर में ‘नो थू-थू’ अभियान की औपचारिक शुरुआत की। इस दौरान वह महू नाका चौराहे पर सड़क के डिवाइडर से पान की पीक साफ करते भी नजर आए। महापौर ने कहा, ‘इंदौर स्वच्छता में देशभर में सिरमौर है, लेकिन सड़कों और इनके डिवाइडर के साथ ही चौराहों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर पान-गुटखे की पीक थूकने की लोगों की आदत अब भी बनी हुई है।
पहले समझाइश, फिर लगेगा जुर्माना
यह पीक कुछ इस कदर थूकी जाती है कि इससे सार्वजनिक स्थानों पर लाल धब्बे बन जाते हैं।’ भार्गव ने बताया कि शहर से ऐसे बदनुमा लाल धब्बे हटाने के लिए ‘नो थू-थू’ अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत पहले चरण में लोगों को समझाया जाएगा और यदि इसके बाद भी वे सार्वजनिक स्थानों पर पान-गुटखे की पीक थूकते नजर आए, तो दूसरे चरण में उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।