इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में नगर निगम का अमानवीय चेहरा सामने आया है, यहां बुजुर्गों को निगम के कर्मचारियों ने जानवरों की तरह ठूंसकर कचरा गाड़ी में भरा और उन्हें शहर से बाहर छोडने जा पहुंचे। यह सब स्वच्छता के नाम पर हुआ। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन दिनों राज्य के अन्य हिस्सों की तरह इंदौर में भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। बड़ी संख्या में बेसहारा बुजुर्ग सड़क किनारे रात काटने को मजबूर हैं, इन बुजुर्गों को नगर निगम के कर्मचरियों ने स्वच्छता के नाम पर निगम के वाहन में ठूंसकर जानवरों की तरह भरा गया और उन्हें शहर से बाहर पड़ोसी जिला देवास छोड़ा गया। जब गांव वालों ने इसका विरोध किया तो निगम कर्मियों ने उन्हें सड़क पर उतारने के बाद फिर वाहन में बैठाया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि कई बुजुर्ग ऐसे हैं जो ठीक से चल भी नहीं सकते। नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि यह मामला संवेदनशील है, जांच होगी और जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बुजुर्गों को वाहन में ले जाने का वीडियो साझा करते हुए लिखा है, मां अहिल्या की नगरी को शर्मसार कर दिया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेष शर्मा का कहना है कि शिवराज सरकार में मानवता हुई शर्मसार, बुजुर्गों को, अपंगों को इंदौर से नगर निगम की गाड़ी में भेड़-बकरी की तरह भरा गया।
देखें वीडियो-
राज्य के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इंदौर में बुजुर्गों के साथ हुई घटना पर सख्त कार्रवाई करते हुए एक अधिकारी और एक कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी है। सभी सम्मानीय बुजुर्गो को रैन बसेरा भेज दिया गया है।