इंदौर। ईरान की राजधानी तेहरान से हफ्ते भर पहले भारत लौटे 32 वर्षीय सैन्य अधिकारी को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में पृथक रखा गया है। इसबीच अधिकारी को लेकर विरोधाभासी खबरें भी सामने आ रहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकारी को नजदीकी महू छावनी के सैन्य अस्पताल में पृथक रखा गया है वहीं सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वह घर पर हैं। इन खबरों पर अभी कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।
समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के जिला प्रभारी डॉ.संतोष सिसोदिया ने दावा किया कि सैन्य अधिकारी को गले में खराश की शिकायत के बाद महू छावनी के सैन्य अस्पताल में पृथक रखा गया है। सिसोदिया ने बताया, "सैन्य अधिकारी तेहरान से 25 फरवरी को भारत लौटे थे। उन्हें पृथक वार्ड में रखा गया है। उनकी हालत ठीक है। उनके रक्त और स्वैब के नमूनों को जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा जा रहा है। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य अफसर ने बताया कि इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय में पिछले दो दिन से भर्ती 27 वर्षीय छात्रा की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी है।
अधिकारी ने बताया कि इंदौर से ही ताल्लुक से रखने वाली युवती इटली में पढ़ रही है। उसने कुछ दिन पहले वहां अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी की थी। इस पार्टी में शामिल उसके एक दोस्त में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण सामने आये और जांच कराये जाने पर उसमें इस बीमारी की तसदीक हुई थी। उन्होंने बताया, "इटली में अपने दोस्त में कोरोना वायरस संक्रमण मिलने का पता चलने पर घबरायी युवती शनिवार को इंदौर लौट आयी थी।"