इंदौर में आयोजित भास्कर उत्सव कार्यक्रम में देश के जाने-माने पत्रकार और इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने कहा कि मैं जो भी बोलता हूं, सच बोलता हूं और ईमानदारी से बोलता हूं। वे भास्कर उत्सव के दौरान जनता की अदालत के विशेष सत्र में शामिल हुए। इंदौर के भास्कर उत्सव में पहुंचने पर रजत शर्मा का भव्य स्वागत किया गया।
सरस्वती पूजन कर कार्यक्रम का किया उद्घाटन
रजत शर्मा ने सरस्वती पूजन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने जनता के सवालों का जवाब दिया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच रजत शर्मा के जवाबों से जनता के बीच ठहाके भी लगे। इंदौर के आईंसीएआई ऑडिटोरियमके प्लॉट नंबर 19-बी, स्कीम नंबर 78 पर इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इंदौर के लोगों का आभार जताया
रजत शर्मा ने अपने संबोधन में सबसे पहले इंदौर के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा-आप लोगों का बहुत-बहुत अभिनंदन आपने इस शहर को अंतरराष्ट्रीय मैप पर ला दिया। उन्होंने कहा- 'मैं अपने इंदौर के सबसे पुराने दोस्त भरत अग्रवाल का आभार व्यक्त करना चाहता हूं ।उन्होंने यहां मुझे बुलाया और भास्कर के 40 वर्ष का उत्सव है इसमें शामिल होने का मुझे मौका मिला। भास्कर मेरा पसंदीदा अखबार है मेरी सुबह की शुरुआत भास्कर से होती है। भास्कर एक अलग तरह का अखबार है। इसकी अपनी विश्वसनीयता है और इसके अलग-अलग रंग हैं। जो लोग भास्कर को चलाते है और जिन्होंने भास्कर को बनाया, उन सबका बहुत-बहुत अभिनंदन है।'
'आप की अदालत' का किया जिक्र
उन्होंने देश के लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम 'आप की अदालत' का जिक्र करते हुए कहा- 'आज मैं जो भी कुछ हूं, वह पिछले 30 सालों में 'आप की अदालत' में जो लोग आए, जिन लोगों ने सवालों के जवाब दिए, उन्होंने पर्दे के पीछे क्या कहा ,प्रोग्राम खत्म होने के बाद क्या कहा, वह सब मेरे लिए बहुत बड़ी सीख है।' उन्होंने कहा कि 'आप की अदालत' जैसा पर्दे पर दिखता है,वैसा असली लाइफ में नहीं होता। असली लाइफ में उसमें काफी संघर्ष और काफी मेहनत करनी पड़ती है। जो भी ताकतवर लेजेंड 'आप की अदालत' में आते हैं वह अपने कार्यक्रम के पीछे कहानी छोड़कर जाते हैं। मैं आज इंदौर की जनता की अदालत में हूं। मैंने 30 साल लोगों से सवाल पूछे हैं आज मैं आपके सवालों के जवाब दूंगा।