Chunav Manch: मध्य प्रदेश में चुनावी जंग का ऐलान हो गया है। पार्टियां अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर रही हैं। चुनावी रणनीतियां बनाई जा रही हैं। चुनाव आयोग ने भी चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। प्रदेश के राजनीतिक माहौल सातवें आसमान पर है। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को तय हो जायेगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। इसी बीच इंडिया टीवी पार्टियों की तैयारियां परखने और प्रदेश का राजनीतिक पारा जांचने अपने लोकप्रिय कार्यक्रम चुनाव मंच के साथ भोपाल पहुंचा। यहां केंद्रीय रेल मंत्री और बीजेपी के प्रदेश सहप्रभारी अश्विनी वैष्णव ने इंडिया टीवी से बात की। इस दौरान उन्होंने पार्टी की कई अहम रणनीतियों का खुलासा किया और दावा किया कि वह इन चुनावो में जनता उन्हें आशीर्वाद देगी और एक बार फिर से उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
'रेलवे में पिछले 9 साल में हुआ अहम बदलाव'
अपनी प्रजंटेशन के लिए प्रसिद्ध रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चुनाव मंच पर बताया कि देश में पिछले 9 वर्षों में रेलवे ने अभूतपूर्व विकास किया। रेलवे में बड़े स्तर पर बदलाव हुआ है और हमने पिछले 9 साल में 25,871 किलोमीटर नया ट्रैक बिछाया। इतना बड़ा नेटवर्क तो इटली, दक्षिण अफ्रीका का तो कुल रेलवे ट्रैक है। उन्होंने कहा कि हमने मध्य प्रदेश में पिछले 9 साल में जितना नया ट्रैक बिछाया उतना श्रीलंका में तो कुल ट्रैक है। रेल मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 9 साल में 37 हजार किलोमीटर का ट्रैक इलेक्ट्रीफीकेशेन कर दिया और मध्य प्रदेश में 100 प्रतिशत इलेक्ट्रीफीकेशेन हो गया है।
'आत्मनिर्भर भारत का सबसे बेहतरीन उदाहरण वंदे भारत ट्रेन'
रेल मंत्री ने इंडिया टीवी चुनाव मंच पर कहा कि जब 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तब ही से यह प्लान बनाया जाने लगा कि कैसे देश को विश्वस्तर की ट्रेन लाई जाए। उस समय अगर भारत में विश्वस्तर की ट्रेनों का विचार भी आता था तब कहा जाता था कि ट्रेनों को बाहर से लाया जाएगा, लेकिन नरेंद्र मोदी ने इससे कुछ अलग करने की ठानी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पास कई ऐसे प्रस्ताव भी आये लेकिन उन्होंने सभी प्रस्तावों को ख़ारिज कर दिया। उन्होंने कहा सरकार ने ठान लिया कि देश के इंजीनियर ही ट्रेन को डिजाइन करेंगे और इसका यहीं निर्माण होगा और इसका परिणाम वंदे भारत के रूप में सामने आया। अब हर हफ्ते एक नई वंदे भारत ट्रेन हम बना रहे हैं और जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों को हम बाहर एक्सपोर्ट भी करेंगे।