Chunav Manch: मध्य प्रदेश में चुनावी बिसात बिछ चुकी है। पार्टियों ने अपने किले भी दुरुस्त कर लिए हैं। तरकश में तीर भर लिए गए हैं। चुनाव आयोग ने भी चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को तय हो जाएगा कि प्रदेश में कौन सी पार्टी सरकार बना रही है। इसी बीच इंडिया टीवी अपने लोकप्रिय कार्यक्रम चुनाव मंच के साथ प्रदेश की राजधानी भोपाल पहंचा। यहां दोनों पार्टियों के राजनेताओं और धर्मगुरुओं ने अपनी बात रखी। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपना रिपोर्टकार्ड पेश किया और भरोसा जताया कि बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में आएगी।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले 18 वर्षों में प्रदेश के विकास के लिए काम किया है। हमने यहां की जनता को अपना परिवार माना और परिवार का मुखिया अपने परिवार की दुर्गति कैसे देख सकता है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है और मुझे भरोसा है कि डबल इंजन की सरकार को यहां की जनता एकबार फिर से अपना आशीर्वाद प्रदान करेगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने प्रदेश के एक-एक नागरिक के बारे में सोचा। हमने महिलाओं के बारे में सोचा और उनके लिए लाडली बहन योजना की शुरुआत की। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हुईं और अपने खर्चे करने के लिए अब किसी के आश्रित नहीं रहना पड़ता है।
शिवराज सिंह को क्यों कहा जाता है मामा?
शिवराज सिंह ने चुनाव मंच पर उनके मामा बुलाए जाने का भी किस्सा बताया। उन्होंने कहा कि मामा बेहद ही एक अद्भुत शब्द है। इसमें दो मां आती हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मामा उनकी लाडली लक्ष्मी योजना के बाद से मामा बुलाया जाने लगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले बेटा और बेटी में भेद किया जाता था। कई बार तो बेटी के जन्म पर परिवार के साथ-साथ उसे जन्म देने वाली मां का भी चेहरा उतर जाता था। मां के गर्भ को बेटी का कत्लखाना बना दिया जाता है। बेटियों के साथ होते अत्याचार को देखकर मैं द्रवित हो जाता था। मैंने बचपन से ही सोच लिया था कि इसके लिए कुछ काम करना होगा।
सरकार हजारों बेटियों की कराती है शादी- शिवराज सिंह
उन्होंने एक घटना के बारे में बताते हुए कहा कि एक बार किसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आने में देरी थी। मुझे मंच पर खड़ा कर दिया गया, जहां मैंने कहा कि बेटी को आने दो वह भगवान का वरदान है। इसी दौरान एक बुजुर्ग महिला खड़ी हुईं और उन्होंने कहा कि बेटियों को जन्म लेने दें तो क्या शादी में दहेज़ तुम दोगे। मुझे उस दिन बहुत बुरा लगा और उसी दिन ठान लिया कि बेटियों के लिए कुछ करना है और जब मैं विधायक बना तो गरीब बेटियों की शादी कराने लगा। इसके बाद जब सीएम बनकर अपनी बहन और भानजियों की सेवा करने का मौका मिला तब मैंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाई और आज सरकार हजारों गरीब परिवारों की बेटियों के बड़ी धूमधाम से शादी करवाती है।
सरकार में वापसी पर क्या बोले शिवराज सिंह चौहान?
चुनाव मंच पर जब उनसे सत्ता में वापस आने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में बिना किसी फल के जनता की सेवा की है। शास्त्रों में कहा भी गया है कि बिना किसी फल की चिंता किए बिना आप अपना कर्म करते रहो, उसका फल आपको अवश्य मिलेगा। मैंने अब तक बिना किसी फल की इच्छा रखे जनता की सेवा का कर्म करता रहा और इसी का फल है जो भारतीय जनता पार्टी पिछले लगभग दो दशकों से जनता की सेवा कर रही है और मुझे भरोसा है कि हम आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे और प्रदेश को विकसित बनाएंगे।
भाजपा मध्य प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी सफलता प्राप्त करेगी: शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल करेगी। लेकिन, सीएम पद के बारे में चौहान ने कहा कि इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा। भोपाल में दिन भर चले इंडिया टीवी चुनाव मंच कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री ने एंकर सौरव शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा ही इस बार सरकार बनाएगी, ये अटल सत्य है। नंबर मैं बता नहीं सकता क्योंकि मैं ज्योतिषी नहीं हूं, लेकिन मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा अब तक की सबसे बड़ी सफलता प्राप्त करेगी। दिल्ली, भोपाल में बैठे लोगों को पता नहीं चलेगा कि जनता के बीच हम लोगों के प्रति कितना स्नेह, प्रेम है, जो कि अद्भुत है।
ये पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पार्टी आगे जो भी काम देगी, हम करेंगे। हम सेल्फ सेंटर्ड लोग नहीं हैं। हम एक बड़े मिशन का हिस्सा हैं, वो मिशन है एक वैभवशाली, समृद्ध, शक्तिशाली भारत का निर्माण। एक ऐसे भारत का निर्माण जो पूरी दुनिया को विनाश के कगार से बचाकर ले आए। ये बड़ा लक्ष्य है। अब बड़े लक्ष्य में यह नहीं देखते कि मैं कहां हूं। हम इतने स्वार्थी हो सकते हैं क्या..कि अपने लिए सोचें ? हम देश, समाज के लिए सोचने वाले कार्यकर्ता हैं। हमारा मिशन तय करता है कौन कहां क्या काम करेगा। व्यक्ति को महिमामंडित करने के लिए पद नहीं होता है। सवाल ये नहीं कि पद कौन सा होता है। सवाल ये है कि जो काम दिया जाय, उसे अच्छे ढंग से करें।
शिवराज ने कहा, 'मैं अब आनंदित हूं। हमारी पुरानी टीम थोड़ी सी बिखर गई थी, कोई दिल्ली चला गया था, कोई कहीं और। मैं प्रदेश युवा मोर्चा का अध्यक्ष था, नरेंद्र सिंह तोमर मेरे उपाध्यक्ष थे, मेरे महामंत्री प्रह्लाद पटेल , मेरे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, ब्रजमोहनजी छत्तीसगढ गये। अब इतना आनंद आ रहा है। हम लगातार साथ बैठकर रणनीति, योजना बनाते हैं, निकलते हैं। स्नेह, प्रेम, आत्मीयता का ये अद्भुत रिश्ता है। पूरी टीम एक सामूहिक नेतृत्व में काम कर रही है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस खेमे में हमारे बड़े नेताओं के उम्मीदवार बनने से घबराहट है। ये सजावटी नहीं, उनमें घबराहट हो रही है। वे सोच रहे थे कि ये सारी सीटें आसानी से जीत लेंगे, लेकिन अब इतने नेताओं के आ जाने से वे घबरा गये हैं।