Chunav Manch: मध्य प्रदेश पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग चुका है। राजनीति अपने चरम पर है। यह राजनीति अब 17 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले थमने वाली नहीं है। इन चुनावों में मुख्य टक्कर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मानी जा रही है। इसी क्रम में इंडिया टीवी अपने लोकप्रिय कार्यक्रम चुनाव मच के साथ भोपाल पहुंचा। जहां एक सत्र के दौरान भोपाल के पूर्व मेयर और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार आलोक शर्मा और कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश पिछले 18 सालों से रुका हुआ है। यहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं। युवा बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं। प्रदेश पिछले 18 साल से कोई बड़ा उद्योग नहीं आया और जो कांग्रेस सरकार के समय यहां आया था अब वह यहां के युवाओं की तरह पलायन कर चुका है। 18 सालों में खूब घोटाले हुए हैं लेकिन यह लोग खुद को बड़ा ईमानदार बताते हैं। व्यापम घोटाले ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली। इस संस्था पर लोगों को नौकरी देने की जिम्मेदारी थी, वह लोगों की जान की दुश्मन बन गई। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की 15 महीने की सरकार ने किसानों, युवाओं, छात्रों और महिलाओं के लिए तमाम काम किए, लेकिन यह काम भारतीय जनता पार्टी को पचे नहीं। उनसे देखा नहीं गया कि कोई सरकार जनता के हित में कैसे काम कर सकते हैं और इसीलिए उन्होंने कमलनाथ सरकार गिरा दी।
वहीं कांग्रेस के तमाम आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी नेता आलोक शर्मा ने बताया कि जब इनके पास बोलने और आरोप लगाने के लिए कुछ भी नहीं हैं तो यह झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इनकी सरकार ने जिस मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था। राज्य की गिनती देश के सबसे पिछड़े राज्यों में होती थी। आज उसी मध्य प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश के सबसे विकासशील राज्य में खड़ा कर दिया है। युवाओं को रोजगार दिए जा रहे हैं। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। लाडली बहन योजना देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे अच्छी योजनाओं में से एक साबित हो रही है। उन्होंने दावा किया कि जनता जानती है कि एमपी को विकसित केवल और केवल बीजेपी ही बना सकती है, इसलिए मतदाता एक बार फिर से हमें अपना आशीर्वाद देने वाले हैं।
वहीं इससे पहले स्वामी शैलेशानंद महाराज, डॉक्टर अवधेश पुरी और कंप्यूटर बाबा ने अपनी बातें रखीं। इस दौरान संत बंटे हुए नजर आए। कई विषयों को लेकर तीनों संत की एक राय में नजर आये तो वहीं कुछ मुद्दों को लेकर तीनों संत बंटे हुए दिखे। इस दौरान स्वामी शैलेशानंद महाराज ने कहा कि आज सरकारें सनातन और हिंदुत्व की बातें तो खूब करती हैं लेकिन इसका आचरण कोई नहीं करता है। उन्होंने कहा कि सरकारें वोटों की राजनीति के लिए सरकारें सनातन का आवरण तो पहन लेती हैं लेकिन आचरण नहीं अपनाती हैं। उन्होंने कहा कि आजकल नेता अपनी राजनीति के हिसाब से बयान तो दे देते हैं लेकिन जब उसपर काम करने की बात आती है तो वही सबसे पीछे नजर आते हैं। आजकल नेता सोचते हैं कि संतों को वह अपनी गोद में बिठाकर अपने हिसाब से चलाएंगे लेकिन संतों को लेकर वह गलत सोचते हैं।