मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य में बाबा बागेश्वर की एंट्री हो चुकी है। बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चर्चा पूरे मध्य प्रदेश में हो रही है। बीते दिनों कमलनाथ ने भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक कार्यक्रम छिंदवाड़ा में आयोजित कराया था। बाबा बागेश्वर द्वारा हिंदू राष्ट्र को लेकर कई बार बयान दिया जा चुका है। इस बाबत अब कमलनाथ ने कहा है कि भारत तो हिंदू राष्ट्र है ही। उन्होंने कहा, 'जिस देश में 82 फीसदी हिंदू हैं, तो हम ये कहें कि भारत हिंदू राष्ट्र है। ये कहने की आवश्यकता नहीं है ये तो आंकड़े खुद बता रहे हैं।
कमलनाथ बोले- भारत है हिंदू राष्ट्र, आंकड़े बताते हैं
कमलनाथ ने कहा, बाबा ने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सभी धर्मों की बात की। उन्होंने चारों धर्म को डेडिकेट किया और मंच पर बुलाया। उन्होंने कहा, 'देश की 82 फीसदी आबादी हिंदू है। भारत में जब 82 फीसदी हिंदू ही हैं तो क्या भारत को हिंदू राष्ट्र कहने की आवश्यकता है। यह तो आंकड़े खुद बता रहे हैं।' बता दें कि मध्यप्रदेश की राजनीति में बाबा बागेश्वर की खूब चर्चा हो रही है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बाबा बागेश्वर के कथा का प्रोग्राम छिंदवाड़ा जिले में आयोजित कराया था। हालांकि बाबा बागेश्वर की हनुमत कथा यहां समाप्त हो चुकी है। इस कथा का आयोजन 5-7 अगस्त तक किया गया था।
कांग्रेस के अंदर ही मचा बवाल
इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विशेष प्लेन से छिंदवाड़ा पहुंचे थे। प्लेन से पहुंचने का इनका एक वीडियो भी सामने आया था। यहां कमलनाथ और छिंदवाड़ा से सांसद व कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जोर शोर से स्वागत किया और उनकी आरती उतारी। इतना ही नहीं, कमलनाथ बागेश्वर धाम की कथा में मग्न भी दिखाई दिए थे। लेकिन अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के संपन्न होने के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर ही कलह की बात सामने आ रही है। क्योंकि उनकी ही पार्टी के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने बागेश्वर बाबा के कथा को लेकर ट्वीट करते हुए कांग्रेस के खिलाफ बयान दिया था।
प्रमोद कृष्णन ने दिया बयान
कांग्रेस पार्टी के नेता प्रमोद कृष्णन ने इस मामले पर बयान देते हुए ट्वीट कर लिखा, मुसलमानों के ऊपर “बुलडोज़र” चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान” की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा” के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता। आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत सिंह, लेकिन सैक्यूलरिज्म के ध्वज वाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और मल्लिकार्जुन खरगे सब खामोश हैं।
ये भी पढ़ें- VIDEO: कैलाश विजयवर्गीय का विवादित बयान, कहा- जो भारत माता के खिलाफ बोलेगा, उसकी जान लेने में पीछे नहीं रहेंगे