भोपाल: सीबीआई ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक इनकम टैक्स अधिकारी को को एक कंपनी से पांच लाख रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सीबीआई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, केन्द्रीय एजेंसी ने आयकर अधिकारी, मंदसौर (मध्य प्रदेश) के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उनका फर्म महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक स्विच का निर्माण करता है लेकिन उनके फर्म के कर मूल्यांकन मंदसौर (मध्य प्रदेश) स्थित आयकर कार्यालय में किया जा रहा है। उसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि आयकर अधिकारी, मंदसौर ने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी और मांग पूरी नहीं होने पर फर्म के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा भारी जुर्माना लगाए जाने और छापा मारने की बात कही।
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी को शिकायतकर्ता से पांच लाख रुपये की माँग करते और धन स्वीकार करते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी के परिसर में तलाशी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश की अदालत, इंदौर के समक्ष बुधवार को पेश किया जाएगा। हालांकि, सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए पकड़े गये आयकर अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया है।
तेलंगाना के मंत्री मल्ला रेड्डी के आवास, दफ्तरों पर आयकर विभाग के छापे
आयकर विभाग ने मंगलवार को तेलंगाना के श्रम मंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता सी मल्ला रेड्डी और उनके परिवार के सदस्यों के आवासों पर तलाशी ली। इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि आयकर अधिकारी रेड्डी, उनके शिक्षण संस्थानों तथा उनके परिवार के सदस्यों के कर रिकॉर्ड की छानबीन कर रहे हैं। शिक्षण संस्थानों पर भी छापे मारे गये।
मल्ला रेड्डी मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के मंत्रिमंडल में दूसरे ऐसे मंत्री हैं, जिनके खिलाफ केंद्र सरकार की एजेंसियों ने तलाशी की। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने नौ नवंबर को कथित ग्रेनाइट घोटाले से जुड़ी धन शोधन की जांच के तहत मंत्री गांगुला कमलाकर से जुड़े परिसरों पर छापे मारे थे। धन शोधन से संबंधित ईडी का मामला सीबीआई की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जो राज्य में ग्रेनाइट व्यापार में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए दायर की गयी थी।
इनपुट-भाषा