मंदसौरः मध्य प्रदेश के मंदसौर में पति-पत्नी के बीच घरेलू लड़ाई का अनोखा मामला सामने आया है। पति ने स्कूटी पर नहीं घुमाया तो पत्नी तलाक लेने के लिए कोर्ट पहुंच गई। नेशनल लोक अदालत में मामला पहुंचा तो जज भी हैरान रह गए। दरअसल, मन पसंद की कलर की स्कूटी पर बैठाकर पति ने पत्नी को नहीं तो वह नाराज होकर मायके चली गई। कई बार पति के मानने के बाद भी नहीं मानी। मामला कोर्ट पहुंचा तो दोनों की काउंसिलिंग कराई गई।
इस वजह से पति-पत्नी के बीच शुरू हुआ विवाद
कोर्ट ने दोनों की काउंसिलिंग की तो पता चला कि पति-पत्नी एक कपड़े की दुकान पर काम करते थे। दोनों ने मिलकर अपनी सेविंग से एक पर्पल कलर की स्कूटी खरीदी थी। हालांकि पति अकेला स्कूटी लेकर काम पर चला जाता और पत्नी को ऑटो या पैदल चलकर काम पर जाना पड़ता है। इसी वजह से दोनों के बीच में मन मुटाव से झगड़ा शुरू हो गया। पत्नी रूठकर मायके चली गई और कई बार पति के मानने के बाद भी नहीं मानी।
कोर्ट के आदेश पर पति ने पत्नी को स्कूटर पर बैठाकर घुमाया
कोर्ट ने पति से पूछा कि स्कूटर का कलर किसके पसंद का था। इस पर पति ने पत्नी की तरफ इशारा किया। इसके बाद जस्टिस गंगाचरण दुबे की कोर्ट ने पति को स्कूटर पर पत्नी को बिठाकर घुमाकर लाने और स्कूटर का रजिस्ट्रेशन पत्नी के नाम करवाने को कहा। इससे रूठी पत्नी खुश हो गई और गिले-शिकवे भुलाकर पति के साथ रहने को तैयार हो गई।
अप्रैल 2021 में दोनों का हुआ था विवाह
बता दें कि मंदसौर निवासी प्रज्ञा (परिवर्तित नाम) का विवाह 29 अप्रैल 2021 को नीमच के मनोज से हुआ था। दोनों के एक बेटी भी हुई। इसके कुछ दिनों के बाद पति पत्नी के बीच विवाद हुआ तो पत्नी मायके चली गई। पति लेने गया तो मायके पक्ष के लोगो ने विवाद कर उसे भगा दिया। इसके बाद पति मनोज ने कुटुंब न्यायलय में तलाक के लिए अर्जी लगाई। जज गंगाचरण दुबे की सूझबूझ से दोनों का रिश्ता टूटने से बच गया और फिर से एक साथ रहने के लिए राजी हो गए।
रिपोर्ट- अशोक परमार