मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सैकड़ों छात्र छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। फूड पॉइजनिंग के शिकार ये सभी छात्र-छात्राएं देश के प्रतिष्ठित LNIPE यानी लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षक विश्वविद्यालय के हैं। इन सभी ने कल दोपहर विश्वविद्यालय की मेस में खाना खाया था और उसी के बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। शाम होते-होते छात्र-छात्राओं की हालत काफी गंभीर हो गई। जिसके बाद इन्हें फौरन इलाज के लिए ग्वालियर के नवनिर्मित 1000 बिस्तर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
100 के करीब छात्र अस्पाताल में भर्ती
सभी बीमार छात्रों को मेडिसिन वार्ड में भर्ती कर इनका इलाज शुरू किया गया। इनमें से कुछ छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनकी संख्या तकरीबन 25 है, वहीं एक दो छात्रों को इलाज के लिए आईसीयू में एडमिट किया गया है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। अस्पताल की अधीक्षक डॉक्टर आरकेएस धाकड़ के मुताबिक, सभी लक्ष्मी बाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, जिनकी संख्या तकरीबन 100 है, उन्हें फूड प्वाइजनिंग हुआ है। इसके बाद इन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां इनका उपचार शुरू कर दिया गया है।
मैस के खाने से छात्रों को फूड प्वाइजनिंग
अस्पताल की अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल के सभी डॉक्टरों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है जिससे कि छात्र-छात्राओं को बेहतर इलाज मिल सके। इस मामले में LNIPE के रजिस्ट्रार अमित यादव का कहना है कि सभी छात्र-छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का ही शिकार हुए हैं। उन्होंने मेस में बने खाने की जांच करने की बात भी कही है। उनका यह भी कहना है कि 25 से 30 छात्र छात्राएं जिनकी हालत थोड़ी गंभीर है, उन्हें ड्रिप चढ़ाई जा रही है। इसके अलावा एक दो छात्र गंभीर हालत में है। फिलहाल सभी का इलाज किया जा रहा है।
छात्रों ने खाया था पनीर
वहीं लक्ष्मीबाई नेशनल फिजिकल यूनिवर्सिटी में फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए बच्चों ने बताया कि उन्होंने सोमवार रात को खाने में पनीर खाया था, जिसके बाद एक-एक कर सभी छात्र-छात्राएं बीमार हो गए। खाने के बाद सोने गए छात्रों को आधी रात पेट दर्द और दस्त की शिकायत शुरु हो गई।
(रिपोर्टर- भूपेन्द्र भदौरिया)
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