भोपाल: आचार संहिता लगने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कुल 165 विधानसभाओं में चुनाव प्रचार किया। चुनाव के दौरान शिवराज ने कई दिनों तक 12-13 सभाएं भी की। शिवराज की औसतन 8-10 सभाएं हर दिन होती थीं। बताया जा रहा है कि शिवराज सुबह 8 बजे ही चुनाव प्रचार के लिए निकल जाते थे और रात के डेढ़ से दो बजे तक भोपाल वापस आते थे। इसके बाद वह 6 से 8 फोन कॉल्स पर विधानसभाओं का फीडबैक लेते थे। चुनाव प्रचार के दौरान शिवराज हेलीकॉप्टर या कार में ही भोजन करते थे।
दीपावली और धनतेरस के दिन भी किया प्रचार
वहीं चुनाव के दौरान दीपावली और धनतेरस के दिन भी शिवराज ने विभिन्न विधानसभाओं में चुनाव-प्रचार किया था। इसके बावजूद आचार संहिता लागू होने से पहले शिवराज ने 53 जिलों में 53 महिला सम्मेलन किया। इन सभी सम्मेलनों में 70-80 हजार महिलाएं शामिल हुईं। इसके बाद 16 जुलाई से 14 अगस्त तक विकास पर्व के दौरान 25 जिलों की सभी विधानसभाओं में शिवराज लोकार्पण एवं शिलान्यास करने पहुंचे। वहीं 1 अप्रैल से 6 अक्टूबर तक प्रदेश में आयोजित जनसेवा अभियान, विकास यात्रा में प्रदेश के सभी जिलों, विकासखंड, तहसील, विधानसभाओं में कुल 406 विकास के कार्यों के कार्यक्रमों में भी वह शामिल हुए।
एक साल में 1000 कार्यक्रमों में हुए शामिल
जनसेवा अभियान के दौरान लगभग 90 लाख पात्र हितग्राही जिनके नाम किसी कारण से योजनाओं में छूट गये थे, उनके नाम फिर से जोड़े गये। वहीं 1 जनवरी से चुनाव अभियान की समाप्ति तक यदि शिवराज के कार्यक्रमों और दौरों की संख्या को जोड़े तो लगभग 1000 कार्यक्रमों में वह शामिल हुए। शिवराज सिंह चौहान के बारे में हमेशा ये कहा जाता रहा है कि वह वल्लभ भवन से नहीं बल्कि जनता के बीच में रहकर सरकार चलाते हैं।
चुनाव के दौरान शिवराज सिंह के प्रमुख बयान
- मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूं
- मामा चला जाएगा तो बहुत याद आएगा
- मर भी गया तो राख के ढेर से उठकर जनता की सेवा करूंगा
- लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है
- चुपके से पैसा क्यों डालूंगा डंके की चोट पर पैसे डालूंगा
- मोदी शिवराज विकास के डबल इंजन, राहुल प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजन
- राहुल गांधी मिसगाइडेड मिसाइल हैं
- मध्यप्रदेश में कांग्रेस चक्की के दो पाटों में बंट गई बीच में कार्यकर्ता पीस रहे
- INDI गठबंधन की केंद्र में दोस्ती राज्यों में कुश्ती
- देखो, कांग्रेस डिवाइडेड है और भारतीय जनता पार्टी यूनाइटेड है
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