Mohan Yadav: मोहन यादव के नए सीएम बनने की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि मोहन यादव को भाजपा विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री मनोनीत किये जाने पर हार्दिक बधाई। मुझे विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के कुशल मार्गदर्शन में आप मध्यप्रदेश को प्रगति एवं विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे तथा जनकल्याण के क्षेत्र में नये कीर्तिमान रचेंगे। इस नई जिम्मेदारी के लिए बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं।
पैर छूकर लिया शिवराज सिंह चौहान का आशीर्वाद
शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के मध्यप्रदेश के सीएम बनने की घोषणा के तुरंत बाद मीडिया से चर्चा नहीं की थी। लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनका ट्वीट आ गया। इसमें उन्होंने मोहन यादव को जीत के लिए बधाई दी। मोहन यादव के नए सीएम बनने की घोषणा के बाद शिवराज सिंह चौहान ने भी गुलदस्ता देकर उन्हें बधाई दी। इस पर मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
शुरू से नहीं थे सीएम पद की रेस में शिवराज सिंह चौहान!
दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस बार चुनाव लड़ने पर भी शुरू में संशय दिखाया था। उन्होंने खुद अपने क्षेत्र की जनता से पूछा था कि वे चुनाव लड़ें या नहीं। हालांकि उन्होंने चुनाव लड़ा। शिवराज सिंह चौहान ने हाल के समय में अपने परिवार के साथ भोपाल के एक रेस्टॉरेंट में भोजन किया था। चुनाव के बाद वे बड़े रिलेक्स मूड में नजर आए। बॉडी लैंग्वेज से भी यह लग रहा था कि वे सीएम पद की रेस में खुद को लगभग अलग मान रहे थे। उन्होंने विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद और बीजेपी के बहुमत में आने के बाद छिंदवाड़ा जाकर विधायकों से मुलाकात की थी और कहा था कि वे लोकसभा में 29 सीटें दिलाने के अपने संकल्प पर चल पड़े हैं। फिर उन्होंने वीडियो जारी कर अपने मन की बात कही थी। उन्होंने एमपी में बीजेपी की जीत में लाड़ली बहना योजना को काफी बड़ा कारण माना। हालांकि अब सोमवार को विधायक दल की बैठक में यह तय हो गया कि अब शिवराज का 'राज' नहीं, नए नेता को बीजेपी सीएम के लिए कमान दी जाएगी। इसके साथ ही मोहन यादव को नए सीएम बनाने की घोषणा हो गई।
जानिए मोहन यादव के परिवार में कौन कौन?
गौरतलब है कि मोहन यादव को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कमान दी गई है। अब वे एमपी के नए सीएम होंगे। जानिए मोहन यादव के परिवार में कौन कौन हैं? मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में हुआ। उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव है। जबकि मां का नाम लीलाबाई यादव है। सीमा यादव उनकी धर्मपत्नी हैं। मोहन यादव ने एमबीए किया है और पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है।
संघ के बेहद करीबी हैं मोहन यादव
एमपी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में मुकाम साहिल की है। छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव बीजेपी के स्थापित नेता हैं। उज्जैन संभाग के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। मोहन यादव वर्तमान में उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं।शिवराज कैबिनेट में उच्च शिक्षा मंत्री के पद में रहे हैं।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बेहद करीबी है ओबीसी का चेहरा है। भाजपा ने आने वाले 15-20 वर्षों के लिए एक नई लीडरशिप तैयार की है।
इस बार 12 हजार वोटों से जीत
मोहन यादव ने इस बार भी अपनी पारंपरिक उज्जैन दक्षिण सीट से असेंबली का चुनाव लड़ा था। शुरुआती 2 राउंड तक वे कांग्रेस के उम्मीदवार चेतन यादव से पीछे रहे। हालांकि इसके बाद उन्होंने बढ़त बनानी शुरू कर दी, जो आखिर तक टूट नहीं पाई। मोहन यादव इस चुनाव में 12 हजार 941 वोटों से जीते।