मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर सियासत जोरों पर हैं। नेता एक दूसरे को घेरने के लिए नये और नायाब तरीके लेकर आ रहे हैं। हाल ही में कृषि मंत्री कमल पटेल को लेकर शहर में कुछ पोस्टर लगाए गए हैं जिसके बाद राज्य की सियासत फिर से गरमा गई है। इन पोस्टरों में कृषि मंत्री कमल पटेल पर 70% कमीशन खोरी के आरोप लगाए गए हैं और साथ ही एक QR कोड भी बनाया गया है। इस पोस्टर पर लिखा है, "70% लाओ... काम कराओ" और कमलेश पटेल को 'करप्शन पटेल' लिखा गया है।
पोस्टर को लेकर कांग्रेस नेता पर FIR
लेकिन अब इन पोस्टरों को लेकर भाजपा के नेता सुभाष शर्मा ने पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने के खिलाफ सिविल लाइन थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है। वहीं इसके बाद कांग्रेस के अन्य नेता भी कमीशन खोरी के पोस्टर वार को लेकर मैदान में उतरते नजर आए। कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ. आर के दोगने पर शिकायत दर्ज हुई है।
कांग्रेस नेताओं ने दी शहर बंद करने की चेतावनी
लिहाजा पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने पर हुई FIR के विरोध में देर रात कांग्रेसियों ने थाने का घेराव कर लिया। इस दौरान कांग्रेसियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सिविल लाईन थाना प्रभारी को हटाने की मांग करते रहे। इतना ही नहीं, कांग्रेसियों ने पुलिस को इसके लिए एक दिन का समय दिया है और अगर मांग पूरी नहीं हुई तो शनिवार को शहर बंद करने की चेतावनी भी दी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कही ये बात
इस मामले पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष, हरदा ओम पटेल ने कहा कि कमल पटेल के पूरे शहर में करप्शन पटेल के नाम से पूरे हरदा में पोस्टर लगे थे, जो भोपाल तक लगे हैं। हमारे कुछ साथियों ने उन पोस्टरों के फोटो खींचकर अपनी सोशल मीडिया आईडी से डाल दिए थे। इसके बाद मंत्री जी ने प्रशासन पर दवाब बनाकर हमारे कुछ कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने पर थाने में एफआईआर की गई। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिस थानाधिकारी ने मंत्री के दवाब में दोगने जी पर जल्दबाजी में एफआईआर दर्ज की है, उसे सस्पेंड किया जाए। दूसरी मांग ये है कि इसकी जांच हो कि ये पोस्टर शहर में किसने लगाए हैं।
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