मध्य प्रदेश में दीपावाली से पहले मिलावटखोरों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, टीकमगढ, डबरा और उज्जैन में मिलावटी मावा, घी, पनीर बनाने वाली फैक्ट्रियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है। देश के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई करने वाले ग्वालियर, मुरैना, भिंड, डबरा और उज्जैन जिले में भारी मात्रा में मिलावटी सामग्री बरामद की गई है।
पूरे देश में होती है यहां से सप्लाई
मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भिंड, मुरैना वह इलाके हैं। जहां से खास तौर पर मावा की डिमांड पूरे देश भर में होती है। यहीं से देश के अलग-अलग हिस्सों में यह माल सप्लाई किया जाता है। दीपावाली के सीजन में मिलावटखोर इसी का फायदा उठाकर बड़ी संख्या में नकली मावा और नकली घी सप्लाई करते हैं। इन्हीं के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है।
23 डलियों में रखा था नकली मावा
राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन के बाहर लोडिंग ऑटो में 9 किलो संदिग्ध मावा जब्त किया गया। तकरीबन 23 डलियों में ये मावा एक लोडिंग ऑटो में रखा गया था। जानकारी के मुताबिक, मुरैना से यह मावा आगरा भेजा गया था। जहां से सूत्रों के मुताबिक भोपाल की तमाम दुकानों में सप्लाई होने आया था।
सैंपल लेने के बाद शुरू की गई कार्रवाई
सरकार के खाद्य विभाग ने चार सैंपल लेकर मावे को कोल्ड स्टोरेज में रखवा दिया है। जब्त मावे की कीमत 2 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। इसके साथ ही ग्वालियर की भंवरपुरा थाना पुलिस ने दीपावली से पहले संदिग्ध खोया। घी बनाने वाली फेक्ट्री पर छापेमारी की कार्रवाई की है। मौके से भारी मात्रा में संदिग्ध खोया और घी पकड़ा गया है। खाद्य विभाग ने सैंपल लेने के साथ आगे की कार्रवाई शूरू कर दी है।
केमिकल और रिफाइंड से बनाया जा रहा था नकली मावा
पुलिस को सूचना मिली थि कि सिकरावरी गांव में देशी भट्टियों के जरिये मिलावटी खोया और घी बनाया जा रहा है। भंवरपुरा थाने की पुलिस टीम ने गांव में दबिश देते हुए भारी मात्रा में भट्टियों पर मिलावटी मावा बनता बरामद किया। यह मावा केमिकल और रिफाइंड के जरिए बनाया जा रहा था।
एक हजार किलो नकली मावा बनाने की थी तैयारी
पुलिस ने मावा बनाते हुए कुछ लोगों को हिरासत में लेकर करीब 150 किलो संदिग्ध मिलावटी मावा बरामद किया है। इसके साथ ही खराब रिफाइंड और केमिकल भी यहां से बरामद किया गया है। मौके पर मिले सामान के जरिए अंदाजा लगाया गया कि मिलावटखोर करीब 1000 किलो नकली मावा बनाने की तैयारी कर रहे थे।
इंदौर, भोपाल और यूपी भेजा जा रहा था नकली खाद्य सामान
पुलिस से सूचना मिलने के बाद फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम भी मौके पर पहुंची। जांच के लिए सैम्पल लिए गए। जानकारी मिली है कि भंवरपुरा के जंगलों में स्थित इन गांवों में नकली मावा बनाकर मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर शहरों के अलावा राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी भेजा जा रहा था।
शुरू की गई कानूनी कार्रवाई
दीपावली तक यहां से करीब 10,000 किलो नकली मावा बनाकर भेजने की तैयारी थी। लेकिन पुलिस कार्रवाई के बाद उनके मंसूबो पर पानी फिर गया है। ऐसे में खाद्य विभाग के आवेदन पर अब पुलिस अब इस पूरे मामले पर कानूनी कार्रवाई कर रही है।
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